मर्कज़ी वज़ीर सिरी प्रकाश जयसवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश असेंबली इंतेख़ाबात में अगर कांग्रेस अक्सरीयत हासिल करने में नाकाम हो जाए तो रियासत में सदर राज के इम्कानात हैं।
इस ब्यान पर दीगर सयासी जमातों और हरीफ़ों ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया जिसके साथ ही कांग्रेस को फ़ौरी वज़ाहत पेश करनी पड़ी। मर्कज़ी वज़ीर कोयला ने हक़ राय दही से इस्तेफ़ादा के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस अक्सरीयत हासिल ना कर पाए तो हम अपोज़ीशन में बैठने के लिए तैयार हैं लेकिन वो समझते हैं कि सदर राज के इलावा दूसरा कोई मुतबादिल नहीं।
उन्होंने कहा कि वो लोग जिनके पास एतिमाद का फ़ुक़दान है, हलीफ़ों को तलाश कर रहे हैं जबकि कांग्रेस किसी भी तरह का इत्तेहाद नहीं करेगी। लेकिन नई दिल्ली पहूंचते ही सिरी प्रकाश जयसवाल ने अपना मौक़िफ़ तब्दील कर दिया और कहा कि मीडीया ने उनकी बात को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।
हक़ीक़त ये है कि हम उत्तर प्रदेश में वाज़िह अक्सरीयत के साथ हुकूमत तश्कील देंगे और कोई भी हमें रोक नहीं सकता। उन्हों ने दावा किया कि बाअज़ अख़बारी नुमाइंदों ने अगर कोई भी पार्टी हुकूमत तशकील देने के मौक़िफ़ में ना हो तो ऐसी सूरत में दस्तूरी गुंजाइश के बारे में सवाल पूछा था।
चुनांचे उन्होंने दस्तूर में मौजूद गुंजाइश के बारे में उन्हें बताया। उन्होंने वाज़िह किया कि ऐसी सूरत में आम तौर पर सदर राज नाफ़िज़ किया जाता है। मिस्टर जयसवाल के इन रिमार्कस पर मुख़्तलिफ़ जमातों ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया है ।