यूरोप से यूनानी बोहरान (संकट) के ख़ातमा के लिए इक़दामात (उपाय) की तवक़्क़ो: जी 20

आलमी रहनुमाओं ने यूरोपी यूनीयन पर ज़ोर दिया है कि यूनान में इंतिख़ाबात के बाद के माहौल में वो अपने क़र्ज़ के बोहरान (संकट) को खत्म करने के लिए बलंद हिम्मत इक़दामात (उपाय) करे। इसी के साथ यहां जी 20 इजलास (मीटींग) में जारी एक आलामीया (विज्ञप्ती) के मुताबिक़ आलमी इक़तिसादी (आर्थिक )यात (Economy) को मुस्तहकम करने और मालीयाती (वित्तीय) मंडीयों पर एतिमाद बहाल करने के लिए ज़रूरी इक़दामात (उपाय) करने का फ़ैसला किया गया है।

 

जी 20 ममालिक (देशों) ने यूनान में इंतिख़ाबात के बाद यूरोपी यूनीयन पर ज़ोर दिया है कि वो यूरोज़ोन के बोहरान (संकट) को फ़ौरी तौर पर हल करे। आलामीए (विज्ञप्ती) ) में कहा गया है कि यूरोप को चाहिए कि वो गुज़िश्ता दो साल से जारी इस मसले को गिरिफ़त में लाने के लिए तमाम मुम्किना सयासी इक़दामात (उपाय) से काम ले। मैक्सीको के इस सयाहती शहर लास काबूस में तरक़्क़ी याफ़ता और उभरती हुई मईशत वाले 20 ममालिक (देशों) के सरबराही (उच्च स्तरीय) इजलास (मीटींग) के आग़ाज़ पर जारी आलामीए ((विज्ञप्ती) ) में जहां मालीयाती (वित्तीय ) मंडीयों को मुस्तहकम करने की बात की गई वहीं ये फ़ैसला भी किया गया कि अगर आलमी सतह पर इक़तिसादी (आर्थिक ) सूरत-ए-हाल ख़राब होती है तो जी 20 ममालिक (देशों) उसे सहारा देने केलिए माली तआवुन फ़राहम करने में मज़ीद लचक का मुज़ाहराकरेंगे और इफ़हाम-ओ-तफ़हीम से इक़दामात (उपाय) किए जाऐंगे।

मुस्तक़बिल में किसी मालीयाती (वित्तीय ) बोहरान (संकट) से बचने और इक़तिसादी (आर्थिक ) बोहरान (संकट) के शिकार मुल्कों की मदद के लिए आलमी मालीयाती (वित्तीय ) इदारे आई ऐम एफ़ के क़ायम करदा फ़ंड में हिंदुस्तान और रूस ने दस दस अरब डालर फी कस देने का ऐलान किया है जबकि चीन इस मद में 43 अरब डालर देगा। आई ऐम एफ़ की सरबराह क्रिस्टियन लोगार्ड के बाक़ौल रुकन ममालिक (देशों) ने हंगामी हालत से निमटने के लिए क़ायम किए जाने वाले फ़ंड में कल 458 अरब डालर देने की यक़ीन दहानी कराई है। अमरीकी सदर बारक ओबामा की कोशिश है कि यूरोज़ोन को दरपेश बोहरान (संकट) का हल तलाश किया जाय।

ओबामा ने कहा कि इक़तिसादीयात(Economy) को तरक़्क़ी देने के हवाले से यूरोपी सोच में आने वाली तबदीली ख़ुशआइंद है। इन के बाक़ौल हंगामी हालात से निमटने के लिए यूरोपी यूनीयन का मंसूबा काबिल-ए-सताइश है। जी 20 इजलास (मीटींग) में सरबराहान ने एक ब्यान में कहा कि मालीयाती (वित्तीय) मंडीयों को दवाम बख़शने और उन में मौजूद तनाव को कम करने के लिए मुशतर्का इक़दामात (उपाय) की ज़रूरत है।