* पुरी दुनिया के मार्केट बर्बाद होजाएंगे । फ्रैंकफर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शरीक हुएं
फ्रैंकफर्ट । प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मैक्सीको में जी 20 चोटी कान्फ़्रैंस में शरीक होने के लिये जाते हुए आज यहां पहूंचे । इस कान्फ़्रैंस में यूरो ज़ोन में आर्थीक संकट के साएं मंडलाते रहेंगे ।
प्रधानमंत्री ने अपनी रवानगी से पहले नई दिल्ली में ख़बरदार किया कि यूरो ज़ोन संकट की बरक़रारी से परेशानियां पैदा होंगी । इस के हिंदूस्तान पर भी बुरे असर पडेंगे ।और पुरी दुनीया कि मार्केट पर भि बुरे असर पडेंगे। उन्हों ने कहा कि यूरो ज़ोन बोहरान का हिंदूस्तान की ख़ुद की मआशी तरक़्क़ी पर भी बुरा असर पड़ेगा ।
उन्हों ने दुनिया भर कि पैदावार के बढाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया । इस मसले पर तुरंत ध्यान देते हुए पुरी दुनिया के लिडरों को यूरो ज़ोन से से होने वाली चिंता दूर करनी होगी । उन्हों ने कहा कि यूरोप की हालत सब से अहम चिंता का सबब है क्यों कि इस से आलमी मईशत तबाह होगी मस्लों का बरक़रार रहना हर किसी के लिये मुनासिब नहीं ।
अगर ग्रुप 20 ने आपसी संबंधों के ज़रीये पोलिसीयों पर अमल करते हुए पैदावार और तरक़्क़ी पर काम नहीं किया तो फिर मस्लें बरक़रार रहेंगे । मनमोहन सिंह मैक्सीको और ब्राज़ील का दौरा करेंगे जहां वो ग्रुप 20 के तरक़्क़ी याफ़ता और तरक़्क़ी पज़ीर मुल्कों की 7 वीं चोटी कान्फ़्रैंस में शिरकत के इलावा आलमी लिडरों से बातचित करेंगे ।
ये कान्फ़्रैंस 18 जून को लास काबूस के तफ़रीह मुक़ाम पर होरही है । इस बात का एहसास ज़ाहिर करते हुए कि G२0 लिडर यूरो ज़ोन में आर्थिक संकट के साया के दरमियान फिर एक बार मुलाक़ात कर रहे हैं । डुब रही आलमी मईशत पर मनमोहन सिंह ने कहा कि यूरोप में जो हालत पैदा हुई है वो सब के लिए फ़िक्रमंदी का सबब है ।
ब्रिक्स मुल्क ( ब्राज़ील , रूस , हिंदूस्तान , चीन जुनूबी अफ्रीका ) को आलमी मईशत के नए पैदावारी सुतून माना जा रहा है । इस लिये ब्रिक्स लिडरों ने इस बात से इत्तिफ़ाक़ किया है कि वो आलमी बिरादरी के साथ मिल कर काम करेंगे ताकि आलमी पॉलीसी की राबिता कारी के ज़रीया तरक़्क़ी दी जाए ।।