यूसुफ़ पठान जिन्होंने इतवार को विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के एक मुक़ाबला में सौ राष़्ट्रा के ख़िलाफ़ 48गेंदों में 114रन की शानदार इनिंग्ज़ खेली है। उन्हें उम्मीद है कि एशीया कप के लिए टीम में इन की वापसी होगी ।जारिहाना बैटस्मैन यूसुफ़ पठान जो कि घुटने की तकलीफ़ के बाइस दो महीने क्रिकेट से दूर रहे और इस दौरान उन्होंने बैंगलौर में मौजूद नैशनल क्रिकेट एकेडमी में सेहतयाबी का प्रोग्राम भी मुकम्मल किया ।
उन्हें उम्मीद है कि बैन-उल-अक़वामी क्रिकेट में इनकी वापसी होगी । मीडीया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए यूसुफ़ पठान ने कहा कि उन्हें अनक़रीब हिंदूस्तानी क्रिकेट टीम की नुमाइंदगी की उम्मीद है । क्योंकि मेरा काम सिर्फ बेहतर क्रिकेट खेलना है और मैं फ़िलहाल बेहतर मुज़ाहरा कर रहा हूँ ।
यूसुफ़ पठान जो कि यहां मलारड के बैला बोंग हाई इंटरनैशनल स्कूल के सालाना स्पोर्टस ईवंटस में मेहमान ख़ुसूसी थे । उन्होंने मीडीया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि जुनूबी अफ़्रीक़ा के ख़िलाफ़ 70गेंदों में 105रन की इनिंग्ज़ के बाद मेरे मुज़ाहिरे मयारी ना थे और इसके बाद घुटने की तकलीफ़ के बाइस वो कुछ महीने क्रिकेट से दूर रहे ।
यूसुफ़ पठान ने आस्ट्रेलिया में बेहतर मुज़ाहरा कर रहे अपने छोटे भाई इर्फ़ान पठान के मुताल्लिक़ इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि इर्फ़ान ने टीम में वापसी के लिए गुज़श्ता दो बरसों के दौरान काफ़ी सख़्त मेहनत की है और ख़ुशी है कि वो टीम के लिए बेहतर मुज़ाहरा कर रहे हैं ।