यूसुफ़ रज़ा गिलानी की नाअहली (अयोग्यता), पाकिस्तानी सफ़ीरों (उच्चायुक्तों) के लिए मसाइल (समस्सया)

अदालती फ़ैसला के तहत यूसुफ़ रज़ा गिलानी की नाअहली (अयोग्यता) और हुकूमत के ख़ातमा से अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ), अमरीका और बर्तानिया समेत मुख़्तलिफ़ ममालिक (देशों) में सयासी तक़र्रुरात पाने वाले पाकिस्तानी सफ़ीरों (उच्चायुक्तों) के लिए भी मुतअद्दिद (बहुत सारे) क़ानूनी और सिफ़ारती (राजनयिक) मसाइल (समस्सया) पैदा हो गए।

इत्तिलाआत के मुताबिक़ अमरीका में पाकिस्तानी सफ़ीर (राजदूत) शिरीं रहमान को वफ़ाक़ी वज़ीर का दर्जा भी हासिल था जो काबीना की तहलील के साथ ही खत्म हो गया।