नई दिल्ली 29 मार्च : आम इंतिख़ाबात से क़बल मर्कज़ में नए इत्तिहाद और मख़लूत हुकूमत केलिए सयासी जोश-ओ-ख़ुरोश के दरमयान सी पी आई एम ने आज कहा कि यू पी ए हुकूमत अब अक़ल्लियत में आ गई है और उसकी बरक़रारी ग़ैर यक़ीनी होती जा रही है।
यू पी ए की बक़ा बैरूनी ताईद पर मुनहसर है। आम इंतिख़ाबात के पेशे नज़र नए इत्तिहाद और मख़लूत हुकूमत के बारे में मुज़ाकरात एक मामूल की बात है। आइन्दा साल 2014-ए-के इंतिख़ाबात क़ब्लअज़ीं भी मुनाक़िद होसकते हैं क्योंकि यू पी ए दूसरे मरहला का बरक़रार रहना ग़ैर यक़ीनी है।
सी पी आई एम के सीनयर लीडर सीताराम यचोरी ने पार्टी के अख़बार पीपल्ज़ डेमोक्रेसी के ताज़ा शुमारा में लिखा है कि यू पी ए हुकूमत पहले ही अक़ल्लियत में थी अब डी एम के की ताईद वापिस लेने के बाद मज़ीद अक़ल्लियत में आ गई है। तृणमूल कांग्रेस ने इस से क़बल यू पी ए हुकूमत से दूरी इख़तियार की इस के बाद डी एम के ताईद से दस्तबरदार हुई।
अब ये वाज़ह होता है कि यू पी ए को अपनी बक़ा केलिए बाहर की ताईद भी हासिल करनी होगी। तीसरा महाज़ बनाने से मुताल्लिक़ समाजवादी पार्टी के तबसरा पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए सीताराम यचोरी ने कहा कि इस पार्टी को ख़ुद अपनी सियासी बुनियादों में तबदीली लानी है।