मर्कज़ी वज़ीर फाईनानस पी चिदम़्बरम ने आज ज़राए इबलाग़ के इस तजज़िया को खारिज कर दिया कि इंतेख़ाबात के बाद मुस्तहकम हुकूमत की उम्मीद सरमायाकारी को राग़िब करेगी और सरमाया मंडी के अलावा रुपये की क़दर को भी तहरीक देगी ,ग़लत क़रार देते हुए इद्दिआ किया कि ये उम्मीद नहीं बल्कि हक़ीक़त है की यू पी ए की फ़राहम करदा मुस्तहकम हुकूमत और गुज़शता 18 माह के दौरान इस के कई इक़दामात ने हिन्दुस्तानी मईशत को इस्तेहकाम और ताक़त फ़राहम की है।
उन्होंने कहा कि ज़राए इबलाग़ के बाज़ गोशे कह रहे हैं कि उन्हें रास्ते से हटा दिया गया है और ये कि सरमाया मंडी और रुपय की क़दर को तहरीक देने सरमाया कारी की तरग़ीब केलिए मुस्तहकम हुकूमत के क़ियाम की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ये उम्मीद नहीं बल्कि हक़ीक़त है कि यू पी ए की मुस्तहकम हुकूमत और गुज़शता 18 माह से किए हुए इक़दामात ने हिन्दुस्तानी मईशत को इस्तिहकाम और ताक़त फ़राहम की है।
मर्कज़ी वज़ीर फाईनांस पी चिदम़्बरम अपने फ़र्ज़ंद कारती की लोक सभा इंतेख़ाबात के लिए इंतेख़ाबी मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर बाज़ार को तहरीक देने की कोई उम्मीद है तो उन्हें यक़ीन है कि ये उम्मीद नई हुकूमत के क़ियाम के बाद ही मुकम्मल होगी जबकि 10 नकाती एजंडे पर अमल आवरी की जाएगी इसका इज़हार उन्होंने अपनी उबूरी बजट की तक़रीर में 17 मई 2014 को कर दिया है। चिदम़्बरम ने कहा कि वो अवाम और सरमायाकारों को तैक़ून दे सकते हैं कि कांग्रेस ज़ेरे क़ियादत हुकूमत पूरे ख़ुलूस के साथ 10 नकाती एजंडे पर अमल आवरी करेगी।