यू पी ए वज़ारत-ए-उज़मा का फ़ैसला सोनीया गांधी करेंगी

पोडैचरी एक जनवरी: मुमलिकती वज़ीर नाराईना स्वामी ने आज कहा कि यू पी ए वज़ारत-ए-उज़मा का फ़ैसला कांग्रेस सरबराह सोनीया गांधी करेंगी।

इस मामले पर फ़ैसला करने की वो ही क़तई अथॉरीटी हैं। वज़ारत-ए-उज़मा के लिए कई शख्सियतें अहल हैं। फ़िलहाल इस मौज़ू पर गौर बेहस करने की ज़रूरत नहीं है।

उन्होंने इस इल्ज़ाम को मुस्तर्द कर दिया कि मर्कज़ी हुकूमत ने ग़ैर कांग्रेस वाली हुकूमतों और रियास्तों को फंड्स की इजराई में इमतियाज़ बरता है। नाराईना स्वामी ने दावा किया कि यू पी ए ने कांग्रेस हुक्मरानी और सीनीयर कांग्रेस हुक्मरानी वाली रियास्तों के दरमयान कोई इमतियाज़ नहीं बरता बल्कि दोनों के दरमयान यकसाँ रिश्ते रखे गए हैं।

मर्कज़ी इसपानसर्ड इस्कीमात की अमल आवरी केलिए मुख़तस फंड्स की इजराई में इमतियाज़ी सुलूक के इल्ज़ामात सरासर बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में महात्मा गांधी नैशनल रूरल इम्पलाइमैंट ग्यारंटी प्रोग्राम केलिए 3500 करोड़ रुपय जारी किए गए।

तमिलनाडु को भी 3000 करोड़ रुपय जारी किए गए हैं। यू पी ए हुकूमत के पास दस्तूरी फ़ैसले करने केलिए महारत है और वो अपने पास मौजूद माहिरीन की मदद से बेहतर और मुनासिब फ़ैसले कररही है। मंसूबा बंदी कमीशन के मनज़ोरा प्रोग्रामों को मल्हूज़ रख कर क़ौमी तरक़्क़ीयाती कौंसल में किए गए फ़ैसलों पर अमल किया जा रहा है।

मर्कज़ी वज़ीर नाराईना स्वामी ने अपने दौरे पोडीचेरी के दौरान हुकूमत तमिलनाडू पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो हिंदूस्तानी माही ग़ैरों और श्रीलंका में उन के हम मंसब माही ग़ैरों के दरमयान मुज़ाकरात कराने में नाकाम होगई है। वज़ारत ख़ारिजी उमूर के सैक्रेटरी ने हाल ही में तमिलनाडू पर हुकूमत को दो मर्तबा मकतूब लिखा है और कहा है की दो माही ग़ैरों के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाने मुज़ाकरात करे, लेकिन रियास्ती हुकूमत ने इस सिलसिले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

माही ग़ैरों की एसोसीएश‌णों के क़ाइदीन के ज़रीये ही श्रीलंका के माही ग़ैरों से बातचीत हुई है। फ़िलहाल हद नौ सतानी माही ग़ैरों को कई मसाइल का सामना है।