यू पी ए हुकूमत से इस्तीफ़ा का मुतालिबा

कोलकता 30 मार्च : तृणमूल कांग्रेस ने अपने साबिक़ हलीफ़ यू पी ए को आज अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए मनमोहन सिंह हुकूमत से फ़िलफ़ौर इस्तीफ़े का मुतालिबा किया और कहा कि ये हुकूमत अब पार्लियामेंट में अक़लियत में आगई है जिस को इक़तिदार पर बने रहने का कोई अख़लाक़ी हक़ नहीं है।

तृणमूल कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी मुकुल राय ने प्रैस कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह हुकूमत अब अक़लियत में आगई है और पार्लियामेंट में सिर्फ़ आदाद की उलट फेर के खेल के ज़ऎइया इक़तिदार पर बरक़रार रह सकती है। गुजिश्ता साल तृणमूल कांग्रेस की ताईद वापिस लेने के बाद ये हुकूमत अक़लियत में आगई थी और डी एम के भी उसकी ताईद से दस्तबरदार होचुकी है।

मुकुल राय ने मज़ीद कहा कि इस हुकूमत को एक लम्हा के लिए भी इक़तिदार पर फ़ाइज़ रहने का कोई अख़लाक़ी हक़ नहीं पहूँचता। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के 19 अरकान लोक सभा ने रीटेल शोबा में एफ डी आई, डीज़ल की क़ीमतों से सरकारी कंट्रोल की बर्ख़ास्तगी, एल पी जी सलेंडर पर तहदीदात और खाद की क़ीमतों में इज़ाफ़ा जैसे मसाइल पर हुकूमत की ताईद से दसतबरदारी इख़तियार की थी।

मुकुल राय ने कहा कि हम चाहते हैं ये हुकूमत फ़िलफ़ौर मुस्ताफ़ी होजाए। तृणमूल कांग्रेस गुजिश्ता साल सितंबर में यू पी ए हुकूमत की ताईद से दस्तबरदार होचुकी थी, वो अपने 19 अरकान के साथ यू पी ए में दूसरी बड़ी हलीफ़ जमात थी। डी एम के जिस के 18 अरकान हैं, 19 मार्च को यू पी ए हुकूमत से दसतबरदारी इख़तियार करचुकी है लेकिन एस पी के 22 और बी एस पी के 21 अरकान की बाहरसे ताईद के साथ यू पी ए हुकूमत को कोई ख़तरा नहीं है।