उत्तरप्रदेश के गवर्नर (इज़ाफ़ी चार्ज) अज़ीज़ क़ुरैशी वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद उन की शख़्सियत से इस दर्जा मुतास्सिर होगए हैं कि उन्होंने राज भवन से एक सर्कुलर जारी किया है जिस में रियासत के तमाम सरकारी दफ़ातिर में वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की तसावीर आवेज़ां करने की हिदायत दी है नीज़ गवर्नर के हुक्म से फ़ौरी तौर पर लखनऊ के राज भवन में नरेंद्र मोदी की सदर जम्हूरिया हिंद प्रनब मुखर्जी की तसावीर आवेज़ां करदी गई हैं ।
ये पहला मौक़ा है कि जब किसी रियासत के गवर्नर ने अवामी हुकूमत होने के बावजूद सरकारी दफ़ातिर में वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की तसावीर अवीज़ां करने का हुक्म जारी किया है। गवर्नर अज़ीज़ क़ुरैशी को साबिक़ा यू पी ए हुकूमत ने उत्तराखंड का गवर्नर मुक़र्रर किया था अज़ीज़ क़ुरैशी मध्य प्रदेश के पुराने कांग्रेस लीडर साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर भी रह चुके हैं|
मर्कज़ में नरेंद्र मोदी के बरसर-ए-इक्तदार आने के बाद से अचानक गवर्नर अज़ीज़ क़ुरैशी का मौक़िफ़ रंग ढंग बिलकुल बदल गया वो अपने को पुराने कांग्रेस से कहीं ज़्यादा बी जे पी, मोदी भगत साबित करने में फ़ख़र महसूस करने लगे हैं। गवर्नर अज़ीज़ क़ुरैशी को नरेंद्र मोदी हुकूमत कितने दिनों तक गवर्नर के ओहदे पर बरक़रार रखती है ये देखने की बात है।