यू पी में अखिलेश के बाद, ए पी में लुकेश पर नज़रें

तेलगू देशम के सीनीयर क़ाइदीन मिस्टर लुकेश को आंधरा प्रदेश में उत्तरप्रदेश के अखिलेश के रूप में देख रहे हैं। जिस तरह अखिलेश ने अपने वालिद मुलाइम सिंह यादव को इक़तिदार तक पहुंचाने में अहम रोल अदा किया है, इसी तरह लुकेश से भी तवक़्क़ो की जा रही है कि वो अपने वालिद चंद्रा बाबू नायडू को 2014- में चीफ़ मिनिस्टर बनाएंगे।

मुलाइम सिंह यादव के फ़र्ज़ंद अखिलेश यादव ने उत्तरप्रदेश में इंतिख़ाबी मुहिम की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए समाजवादी पार्टी को कामयाबी दिलाने में अहम रोल अदा किया। लुकेश और अखिलेश में ज़्यादा फ़र्क़ नहीं है, अखिलेश ने बैरून-ए-मुल्क तालीम हासिल की है, इसी तरह लुकेश ने भी बैरून-ए-मुल्क तालीम हासिल की है।

इस मर्तबा अखिलेश ने इंतिख़ाबी मुहिम में असरी टेक्नोलोजी से इस्तिफ़ादा किया है। पार्टी उम्मीदवारों के इंतिख़ाब में ना सिर्फ ग़ैरमामूली रोल अदा किया, बल्कि टैली कान्फ़्रैंस और वीडीयो कान्फ़्रैंस से मुसलसल पार्टी उम्मीदवारों से राबिता बनाए रखा। ऐस ऐम ऐस और ई मेल्स के ज़रीया अहम मालूमात फ़राहम कीं और तमाम उम्मीदवारों को लयाप टाप फ़राहम करते हुए इंतिख़ाबी मुहिम से मुताल्लिक़ मश्वरे देते रहे।

उन्हों ने मुक़ामी मसाइल को बुनियाद बनाकर उम्मीदवारों को अवाम के दरमयान पहुंचने की हिदायत दी। इंतिख़ाबी नताइज इस बात का सबूत हैं कि इन की मेहनत रंग लाई। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की कामयाबी के बाद नारा लुकेश नायडू की सूरत में तेलगू देशम के क़ाइदीन को तेलगू देशम का मुस्तक़बिल ताबनाक नज़र आरहा है।

उत्तरप्रदेश के फार्मूला को आंधरा प्रदेश में भी आज़माने का तेलगू देशम के सीनीयर क़ाइदीन, सदर तेलगू देशम को मश्वरा दे रहे हैं और असैंबली हलक़ा चंद्रा गिरी (ज़िला चित्तूर) से लुकेश को पार्टी उम्मीदवार बनाने और उन की ख़िदमात से इस्तिफ़ादा का मश्वरा दे रहे हैं। तेलगू देशम क़ाइदीन का इस्तिदलाल है कि लुकेश के सरगर्म सियासत में हिस्सा लेने से नौजवान तबक़ा तेलगू देशम से वाबस्ता होगा।

वाज़ेह रहे कि रियासत में तेलगू देशम वाहिद जमात है, जो तमाम असरी टेक्नोलोजी से इस्तिफ़ादा कर रही है और हाईटेक अंदाज़ में इंतिख़ाबी मुहिम चलाने के लिए दरकार तमाम इनफ़रास्ट्रक्चर रखती है।