हैदराबाद 15 मार्च: शायद डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली वे पहले सियासत दां होंगे जिनका ताल्लुक़ पुराने शहर से है और उन्हें इस बात का भी इलम है कि मुसलमानों में पाई जाने वाली तालीमी पसमांदगी ही मुसलमानों के मुस्तक़बिल को तारीकी में ढकेलने की अहम वजह है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर फ़ाइज़ होने के बाद कई तरक़्क़ीयाती कामों को अंजाम देने वाले डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने अब पुराने शहर पर अपनी तवज्जा मर्कूज़ की है और अपने इलाके से तालीमी इन्क़िलाब का आग़ाज़ कर दिया है। पुराने शहर में मयारी सहूलयात और जदीद तर्ज़ के अंग्रेज़ी मीडियम स्कूल का महमूद अली क़ियाम करेंगे और इन का कहना है कि वो पुराने शहर में अपने ख़ाबों की तकमील के अमली इक़दामात कर रहे हैं। इस इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए ना सिर्फ 49 लाख रुपये जारी कर दिए बल्कि 3400 गज़ अराज़ी को भी हासिल कर लिया है।
अंग्रेज़ी मीडियम स्कूल दूसरी सरकारी ज़बान का दर्जा इस स्कूल में रहेगा। तीन करोड़ का प्रोजेक्ट हैं। उन्होंने जारीया साल अपने फ़ंड से 49 लाख रुपये जारी कर दिए और अप्रैल से शुरू होने वाले माली साल के फ़ंड से 49 लाख जारी करते हुए राह हमवार की है। महमूद अली ने बताया कि ये स्कूल पुराने शहर का मिसाली स्कूल रहेगा। उन्होंने दावा किया कि इस स्कूल के स्टूडेंट्स सरकारी-ओ-कॉरपोरेट शोबों में मुलाज़मत हासिल करने के अहल और दुसरे कॉम्पिटिटिव इमतेहानात में अपनी सलाहीयतों को मनवाएं गे।डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना मुहम्मद महमूद अली ने पुराने शहर के बचचें को ज़ेवर तालीम से आरास्ता करने के लिए सईदाबाद में 3 करोड़ रुपये के मसारिफ़ से अंग्रेज़ी मीडियम प्राइमरी स्कूल क़ायम करने का एलान किया है और आजलाना कामों की अंजाम दही के लिए 49 लाख रुपये जारी कर दिया है।
मुहम्मद महमूद अली ने बताया कि वो मुस्लिम स्टूडेंट्स को असरी तालीम से आरास्ता करना चाहीए। ये उनका ड्रीम पराजकट है जिस पर 3 करोड़ रुपय ख़र्च किए जाऐंगे। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि उन्हें अपने फ़ंडज़ को क़ौम की तरक़्क़ी पर ख़र्च करते हुए काफ़ी मुसर्रत हो रही है। क़ौम का मुस्तक़बिल संवारने की ग़रज़ से स्कूल क़ायम किया जा रहा है। मिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने कहा कि वो पुराने शहर की तरक़्क़ी, अवाम को बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी और दीगर ज़रूरी कामों की अंजाम दही के लिए एक मन्सूबा रखते हैं। अंग्रेज़ी मीडियम स्कूल का क़ियाम उस का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि क़ौम की पसमांदगी की असल वजह नाख़्वान्दगी है और तरक़्क़ी की अहम वजह तालीम होती है। इस लिए तालीम को ख़ुसूसी तवज्जा दे रहे हैं। साबिक़ हुकूमतों ने एक मुनज़्ज़म साज़िश के तहत मुस्लमानों को ज़िंदगी के तमाम शोबा-ए-हियात में नजरअंदाज़ किया है। सिर्फ झूटे वाअदे करते हुए उन्हें वोट बैंक की तरह इस्तिमाल किया है।
चीफ़ मिस्टर के चंद्रशेखर राव अक़लियतों की तरक़्क़ी-ओ-बहबूद के लिए अमली इक़दामात करते हुए मुसलमानों का एतेमाद हासिल कर रहे हैं। तेलंगाना हुकूमत ने मुसलमानों की तालीमी पसमांदगी दूर करने के लिए 70 अंग्रेज़ी मीडियम रेजिडेंशियल स्कूलस क़ायम करने का एलान किया है। मुहम्मद महमूद अली ने कहा कि वो पुराने शहर में बुनियादी सहूलतों से आरास्ता स्कूल क़ायम कर रहे हैं जहां मयारी तालीम फ़राहम करते हुए उनमें ख़ुदएतेमादी पैदा करने के इक़दामात किए जाऐंगे ताकि वो कम्पटीशन मैदानों में अपनी
सलाहीयतों का भरपूर मुज़ाहरा पेश करसके।