योगी के मंत्री मौलानाओं से कर रहे मुलाकात, कहीं राम मंदिर तो नहीं है वजह?

खबर है कि अल्पसंख्यक एवं आईटी राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने नदवा कॉलेज के डीन व मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना सलमान नदवी से मुलाकात की. साथ ही किछौछा शरीफ के मौलाना सैयद जमी अशरफ, खानकाहे अशरफिया मिरानिया और शिया धर्मगुरु कल्वे जव्वाद से मुलाकात की है. मंत्री मोहसिन रजा की उनसे मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.

मंत्री मोहसिन रजा की इस मुलाकात को मुस्लिम धर्मगुरुओं को मंदिर निर्माण के पक्ष में खड़ा करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है. मंत्री की मुलाकात के तुरंत बाद ही मौलाना सलमान नदवी का अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के पक्ष में बयान आया. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को अपना दावा हटा लेना चाहिए और मंदिर का निर्माण हो जाने देना चाहिए. अब कोर्ट का इंतजार ठीक नहीं.

ईटीवी भारत से बात करते हुए किछौछा दरगाह शरीफ अम्बेडकरनगर के मौलाना सैयद जामी अशरफिया ने कहा कि मुसलमानों को बड़े भाई(हिंदुओं) के लिए अपना दिल बड़ा कर लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर एक प्लेटफार्म पर दोनों पक्षों को बैठकर आपसी सहमति से उसका हल बिना किसी विवाद के निकाल लेना चाहिए. अब यह वक्त आ गया है.
हालांकि अल्पसंख्यक एवं आईटी राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि उनकी यह औपचारिक मुलाकात थी. उन्होंने कहा कि वह सरकार के मंत्री हैं. अपने समाज के लोगों से मिलना जुलना मेरा काम है. सरकार की योजनाओं को लोगों तक ले जाना और उनसे यह परामर्श करना कि समाज के लिए और कौन सी बेहतर योजनाएं लाई जा सकती हैं या फिर उनकी जरूरतें क्या हैं. ऐसे ही तमाम मुद्दों पर बातचीत की गयी है.

अपनी इस मुलाकात को मंत्री मोहसिन रजा भले ही सामान्य मुलाकात बता रहे हैं लेकिन इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है. बताया जा रहा है वह अपनी इस मुलाकात से सरकार और मुस्लिम धर्म गुरुओं के बीच एक पुल का काम करने का प्रयास कर रहे हैं. यह तो आगे का वक्त ही बताएगा कि उनकी मुलाकात कितना रंग लाएगी.