यूपी का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? इस पर विराम लग गया है. अनूप चंद पांडे यूपी के नए मुख्य सचिव होंगे. जिसका आदेश भी सरकार की तरफ से जारी कर दिया गया है. 30 जून की शाम को अनूप चंद्र पांडे यूपी के नए मुख्य सचिव के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. साथ ही वर्तमान में बने पदों का कार्यभार भी उनके पास बना रहेगा.
अनूप चंद पांडे मुख्यमंत्री योगी सहित बीजेपी और संघ के भी कई बड़े नेताओं के करीबी माने जाते हैं. इसके साथ ही वह अपनी कार्यशैली, ईमानदार छवि और कार्य को जल्द निपटाने के लिए जाने जाते हैं. प्रमुख सचिव वित्त रहते अनूप चंद्र पांडे ने यूपी सरकार की सबसे बड़ी चुनावी घोषणा को पूरा करने में अहम रोल अदा किया. यह घोषणा थी, यूपी के 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ की कर्ज माफी की. इसमें किसानों को चिन्हित करने से लेकर बैंक तक से समन्वय स्थापित करने और कर्जमाफी में अहम रोल अदा करने वाले अनूप चंद पांडे को सरकार ने नए मुख्य सचिव के तौर पर इनाम भी दे दिया है.
इनकी छवि के चलते ही इन्हें प्रमुख सचिव वित्त से हटाकर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी) का पदभार दिया गया. अनूप चंद पांडे ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी के अगुवाई में होने वाले इन्वेस्टर्स समिट में बेहतर कार्य किया. जिसमें पूरे देश से उद्योगपति आए, दर्जनभर देशों के बिजनेसमैन भी पहुंचे और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ने भी कार्यक्रम में शिरकत की.
इन्वेस्टर्स समिट से उत्तर प्रदेश सरकार की छवि देश ही नहीं दुनिया में भी स्थापित हुई. इससे यूपी में रोजगार और विकास के नए आयाम भी स्थापित हुए. वर्तमान में उस इन्वेस्टर समिट की देन है कि बुंदेलखंड में डिफेन्स कॉरिडोर और वाराणसी में आईटी सेक्टर, मिर्जापुर में सोलर पावर प्लांट समेत कई बड़े बिजनेस स्थापित हो रहे हैं, जो यूपी के लाखों युवाओं को रोजगार देंगे. शायद यही कारण है कि अनूप चंद्र पांडे को मुख्यमंत्री योगी की ओर से मुख्य सचिव के तौर पर चुना गया.
अनूप चंद पांडे 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं, जिन्हें अब यूपी का अगला मुख्य सचिव बना दिया गया है. हालांकि इस रेस में प्रवीण कुमार, चंद्रप्रकाश और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी संजय अग्रवाल भी शामिल थे. लेकिन अपने कामों और छवि के आधार पर इन सभी को पीछे छोड़ते हुए अनूप चंद पांडे अगले मुख्य सचिव बन गए हैं.
कहा जाता है कि क्या अनूप चंद पांडे सनकी भी करीबी माने जाते हैं और मुख्यमंत्री के भी सबसे नजदीक अफसरों में से एक है और अब मुख्य सचिव बनने के बाद फरवरी 2019 तक वह इस पद पर रहेंगे. फरवरी 2019 में इनका रिटायरमेंट है. अगर दूसरे रूप में देखे तो अनूप चंद पांडे की तैनाती को ब्राह्मण कार्ड भी कहा जाएगा, जो मुख्यमंत्री की तरफ से चला गया है. लोकसभा चुनाव 2019 में हर समीकरण को सीएम खुद साधना चाहते हैं और कल हुई बैठक में ही संघ ने उन्हें हर फैसले लेने की खुली छूट दी थी. जिसमें शायद मुख्य सचिव के तौर पर अनूप चंद पांडे की तैनाती भी शामिल है.