लखनऊ। उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने हाल ही में सभी धर्मों के लोगों के लिए मैरिज रजिस्ट्रेशन जरुरी कर दिया है। इस मामले में राज्य के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सवाल उठाए हैं।
हालांकि सुन्नी उलेमा फिरंगी महली ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि सरकार को ऐसा फैसला लेने के पहले मौलानाओं और उलेमाओं से राय मशविरा करना चाहिए था।
योगी सरकार ने शादियों के पंजीकरण को तमाम सरकारी योजनाओं से लिंक करने का फैसला किया है, ताकि सभी सरकारी योजनाओं में पति-पत्नी और परिवार का पूरा विवरण सरकार के पास रहे।
सरकार ने यह भी तय किया है कि सिर्फ 10 रुपये में शादियों का रजिस्ट्रेशन होगा और एक साल के भीतर सभी नए पुराने दंपत्तियों को चाहे वे किसी भी मजहब को मानने वाले हों उन्हें अपनी शादी का पंजीकरण करवाना होगा। जो ऐसा नहीं करेंगे वे तमाम सरकारी योजनाओं से अलग होंगे।