योगेंद्र यादव का तीन दिन का हरियाणा दौरा आज से शुरू, 18 नवंबर को दिल्ली देहात में किसानों की करेंगे सभा

स्वराज इंडिया अध्यक्ष और किसान नेता योगेंद्र यादव का आज से तीन दिनों का हरियाणा दौरा शुरू हो रहा है। किसानों की व्यापक एकता बनाने के लिए 15, 16 और 17 नवंबर को हरियाणा के करीब दर्जन भर जिलों में जा रहे योगेंद्र यादव किसानों को हजारों की संख्या में दिल्ली पहुंचने का आह्वान करेंगे।

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्यव समिति ‘एआईकेसीसी’ की ओर से 29 और 30 को दिल्ली में आयोजित किसान मुक्ति यात्रा के प्रमुख भागीदार संगठन स्वराज इंडिया और जय किसान आंदोलन की ओर से 15 नवंबर को योगेंद्र यादव हरियाणा के सोनीपत, जिंद और हिसार के किसानों से मिलेंगे। इस दौरान वे मीडिया को किसान आंदोलन के प्रमुख आह्वान ‘दिल्ली चलो’ के पूरे मुद्दे से परिचित कराएंगे।

योगेंद्र यादव ने 29 और 30 को होने वाले किसान मुक्ति मार्च के बारे में बताया कि हर सरकार किसान को सिर्फ ठगने, बरगलाने और झूठे वादे करने के लिए इस्तेमाल कर रही है। यह बात किसान भी ठीक से समझ चुका है। इस बार अच्छी बात यह है कि देश भर के 200 से अधिक किसान संगठन एक बैनर तले संगठित हुए हैं और आर—पार का फैसला लेने के मूड में हैं। कल से हरियाणा दौरे पर जा रहे किसान नेता योगेंद्र यादव ने सरकार को चेताते हुए कहा कि इस बार दिल्ली पहुंच रहे किसान वादों के किसी फर्जी झांसे में नहीं आने वाले हैं। अबकी बार वे सरकार से पक्का वादा और अपने दोनों बिलों को समयबद्ध तरीके से लागू किए जाने की मांग मनवाकर ही मानेंगे।

29 नवंबर को किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठे होकर अपने मुद्दों पर बात और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन करेंगे, जबकि 30 नवंबर को किसान संसद भवन का घेराव करेंगे। स्वराज इंडिया से मिली जानकारी के मुताबिक स्वराज इंडिया और जय किसान आंदोलन के बैनर तले देश भर से संगठित हो पहुंच रहे किसान 28 की शाम से दिल्ली के बिजवासन में पड़ाव करेंगे और 29 नवंबर की सुबह अपने झंडे—बैनर के साथ रामलीला मैदान पहुंचेगे।

इस बीच योगेंद्र यादव 18 नवंबर को दिल्ली देहात का दौरा कर किसानों की सभा को सबोधित करेंगे। स्वराज इंडिया और जय किसान आंदोलन के अन्य नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यों में किसानों को 29 नवंबर को ‘दिल्ली चलो’ के लिए संगठित करने में जुटे हैं। वहीं यूथ फॉर स्वराज के बैनर तले भी देश भर के सैकड़ों युवा जगह—जगह पोस्टर लगा और नुक्कड़ सभाएं कर किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए आम छात्रों और युवाओं का आह्वान कर रहे हैं। वहीं दिल्ली विश्वविद्दयालय में 3डीूय फॉल फारमर्स अभियान भी चलाया जा रहा है।

गौरतलब है कि किसानों ने दो बिल बनाए हैं। पहला है, किसानों को पूरी फसल का उचित दाम देने को लेकर और दूसरा है किसानों को सभी कर्जों से मुक्त करने के बारे में। किसान संगठन इस बिल को 21 पार्टियों ने सही माना और संसद में इसे पास कराने को लेकर किसान संगठनों का वादा भी किया है। ऐसे में 29 और 30 को दिल्ली में होने जा रहा आंदोलन न सिर्फ सत्ता पक्ष की बल्कि विपक्षी एकता और ताकत की भी अग्निपरीक्षा लेगा कि वे किसानों के मुद्दों पर कितने गंभीर और सरोकारी हैं।