योगेश राज के खिलाफ सबूत मिलते ही होगी कार्रवाई- आईजी

बुलंदशहर में गोकशी पर हिंसक बवाल के बाद पुलिस की कार्य-प्रणाली पहले ही आलोचना के घेरे में है। हिंसक वारदात में शामिल भीड़ के खिलाफ कार्रवाई में देरी से कई सवाल खड़े हो चुके हैं। मगर, इस बीच पुलिस ने एक न्यूज़ चैनल को बताया है कि उसकी प्राथमिकता हिंसक वारदातों में शामिल लोगों को पकड़ने से ज्यादा गोहत्या करने वालों को बेनकाब करना है।

एनडीटीवी से बातचीत में उत्तर प्रदेश के इंस्पेक्टर जनरल राम कुमार ने कहा, “हम सिर्फ सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई कर सकते हैं। हमें फॉरेंसिक जांच करनी है। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि इंस्पेक्टर सुबोध या सुमित (हिंसा में मारा गया दूसरा शख्स) को गोली किसने मारी।” इसके बाद आईजी ने कहा, ” लेकिन, गोहत्या के पीछे कौन है…इस षडयंत्र के पीछे कौन है.. यह बड़ा सवाल है। ना कि बिना फॉरेंसिक सबूत के वीडियो में शामिल लोगों को पकड़ना

गौरतलब है कि सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के मुताबिक तमाम पुलिस और जिला प्रशासन को गोहत्या करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी है। मंगलवार को जारी एक प्रेस-नोट में योगी सरकार ने गोकशी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी। हालांकि, उस प्रेसनोट में एक बार भी गोहत्या के नाम पर बवाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात नहीं थी। इसके अलावा हिंसक वारदात में मारे गए पुलिस अधिकारी सुबोध सिंह को लेकर भी कोई जिक्र नहीं था।