‘योग में बेवजह राजनीतिक हस्तक्षेप हम योगियों को नहीं चाहिये. हां, राजनीति में योग का संयोग बेहद जरूरी है। क्योंकि योग से ही राजनीति सही दिशा में आगे बढ़ सकेगी। योग गुरु स्वामी रामदेव ने अंतरराष्ट्रीय योग कॉन्फ्रेंस ‘योग- काया से कायातीत’ में खुल कर अपने मन की बात कुछ इसी बेबाक अंदाज में कई।
बाबा रामदेव ने कहा, ‘योग का नुकसान कई वजहों से हो रहा है। अव्वल तो योग का मकसद सिर्फ आसन ध्यान धारणा और समाधि ही नहीं है। बल्कि योग शास्त्र का ज्ञान एक चीज है उसका अभ्यास दूसरी चीज और अपने व्यवहार को उदात्त बनाना बिल्कुल अलग चीज। लेकिन आजकल तो योगी एक दूसरे से ईर्ष्या रखते हैं। एक दूसरे को नीचा दिखाने वाले बयान देते हैं, अपना व्यवहार और बर्ताव ऐसा रखते हैं कि योग के प्रति अश्रद्धा होती है।