यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद मेघालय के राज्यपाल ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली: यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद मेघालय के राज्यपाल वी. षणमुगनाथन ने इस्तीफा दे दिया है. राजभवन में काम कर रहे करीब 100 कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी कि षणमुगनाथन पर तुरंत कार्रवाई की जाय.

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अमर उजाला के अनुसार, मीडिया रिपोर्ट्स में एक महिला के बयान का उल्लेख किया गया था, जो नौकरी के लिए राज्यपाल ऑफिस आई थी, जिस ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. बाद में पिछले हफ्ते गवर्नर हाउस के कर्मचारियों ने एक पत्र प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजा, जिसमें राज्यपाल को ‘दफ्तर की गरिमा से समझौता’ करने का आरोपी बताया गया. हालांकि अरुणाचल प्रदेश का भी अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे राज्यपाल वी. षणमुगनाथन ने मीडिया के आरोपों को खारिज किया, लेकिन अपने कर्मचारियों के आरोपों पर उन्होंने अभी तक कुछ नहीं कहा है.
पांच पन्नों की इस चिट्ठी में राजभवन के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि नाइट शिफ्ट में दो जनसंपर्क अधिकारी, एक बावर्ची और एक नर्स को नियुक्त किया है और ये सभी महिलाएं हैं.

राज्यपाल ने अपने काम के लिए सिर्फ महिलाओं का ही चयन किया, निजी सचिव पुरुष अधिकारी को अपने सचिवालय भेज दिया है. इस बीच महिला कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को हटाने की मांग करते हुए यहां हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया था और उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किए गए.