नई दिल्ली:यौमे जम्हुरिया तक़रीब में आज कई बातें पहली बार नज़र आई। फ़्रांसीसी दस्ता ने परेड में शिरकत की साबिक़ फ़ौजीयों ने झांकियां पेश कीं फ़्रांसीसी फ़ौजीयों ने राजपथ पर यौमे जम्हुरिया तक़रीब में शिरकत करते हुए अव्वलीन ग़ैर मुल्की फ़ौजी दस्ता की हैसियत हासिल करते हुए एक तारीख़ी कारनामा अंजाम दिया।
तोपख़ाना की मौसीक़ी के48अरकान ने अपने रिवायती बैन्ड के साथ फ़्रांस की परेड में हिस्सा लिया था। आज की परेड हसब-ए-मामूल दो घंटे के बजाय सिर्फ 90मिनट की थी। प्रोग्राम में कोई तख़फ़ीफ़ नहीं की गई।
पहली झाँकी साबिक़ फ़ौजीयों की थी जिसमें उन्होंने क़ौम की तामीर में साबिक़ फ़ौजीयों के हिस्से की अक्कासी की थी। पहली बार राजपथ पर मुकम्मल तौर पर ख़वातीन पर मुश्तमिल सीआरपीएफ़ के दस्ते भी परेड करते दिखाई दिए। उन्होंने रिवायती मर्दों के दस्तों की जगह ली थी। अलाव हाज़ें पहली बार हल्की मशीन गिनें नई दिल्ली की अहम दिफ़ाई मुक़ामात पर नसब की गई थीं|