यौमे जम्हुरिया से क़बल दिल्ली मेट्रो में दो प्रति सिक्योरिटी

नई दिल्ली: दार-उल-हकूमत दिल्ली में यौमे जम्हुरिया के पेश-ए-नज़र सिक्योरिटी इंतेज़ामात को बेमिसाल बनाने के इक़्दामात किए जा रहे हैं। इस की के सिलसिले के तौर पर दिल्ली मेट्रो में मुसाफ़िरयन और उनके सामान की दो दो मर्तबा तलाशियां ली जा रही हैं। दिल्ली मेट्रो से यौमिया लाखों सारिफ़ीन सफ़र करते हैं।

सेंटर्ल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फ़ोर्स को क़ौमी दार-उल-हकूमत के इलाक़े में वाक़्य मेट्रोरेल के तक़रीबन 150 स्टेशनों की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। इस के अलावा मुंख़बा स्टेशनों पर यूनीफार्म में मलबूस और सादा लिबास में मलबूस पुलिस अहलकारों की ज़्यादा जमीय‌त को मुतय्यन कर दिया गया है।

इस तैनाती का मक़सद इमकानी तौर पर मसाइल पैदा करने वालों पर नज़र रखना है। सक्योरिटी इंतेज़ामात से ताल्लुक़ रखने वाले सरकारी ज़राए ने बताया कि अहलकारों को हिदायत दी गई है कि वो अपनी चौकसी में इज़ाफ़ा करें और अचानक तलाशी को यक़ीनी बनाएँ।

मुसाफ़िरयन और दिल्ली मेट्रो अहाते को ज़्यादा महफ़ूज़ बनाने के मक़सद से फ़िज़िकल सिक्योरिटी की दूसरी तह का भी एहतेमाम किया गया है और ये काम मेट्रो के कई स्टेशनों पर चल रहा है। यहां इज़ाफ़ी अहलकार मुसाफ़िरयन की तलाशियों में मसरूफ़ हैं जबकि वो डोर फ्रे़म मेटल डिटेक्टर से स्टेशन के अहाते में दाख़िल होने की कोशिश करते हैं।

उन्होंने बताया कि मुसाफ़िरयन के सामान की भी एक सिरे इसका नर से गुज़रने के बावजूद दुबारा तलाशि ली जा रही है। ज़राए के बमूजब ये सब कुछ एहतियात के तौर पर किया जा रहा है और ये यक़ीनी बनाया जार हा है कि मुसाफ़िर यन को ज़्यादा ताख़ीर का सामना करना ना पड़े।