यौमे तासीस आंधरा प्रदेश की तक़ारीब का बाईकॉट

सरमाई पारलीमानी इजलास में तेलंगाना बिल पेश करने का मुतालिबा : के टी रामा राव का ब्यान हैदराबाद।0अक्टूबर ( सियासत न्यूज़) टी आर ऐस रुकन असैंबली के टी रामा रावने तेलंगाना वुज़रा और अवाम से अपील की कि वो यक्म नवंबर को यौमे तासीस आंधरा प्रदेश की तक़ारीब का बाईकॉट करें । अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए रामा रावने कहा कि यौमे तासीस तक़ारीब में शिरकत करने वालों का तेलंगाना के ग़द्दारों में शुमार होगा । उन्हों ने कहा कि गुज़शता 50बरसों से तेलंगाना अवाम के साथ नाइंसाफ़ीयों का सिलसिला जारी है और यौमे तासीस आंधरा प्रदेश की तक़रीब में शिरकत इन नाइंसाफ़ीयों की ताईद करना है। उन्हों ने कहा कि सीमा आंधरा के क़ाइदीन ने इक़तिदार में रह कर तेलंगाना के साथ हमेशा जांबदाराना रवैय्या इख़तियार किया । यहां के अवाम को रोज़गार से महरूम किया गया और वसाइल से सीमा आंधरा वालों ने इस्तिफ़ादा क्या । हर शोबा में नाइंसाफ़ीयों के ख़िलाफ़ अवाम अब जद्द-ओ-जहद कररहे हैं और अलहदा तेलंगाना का मुतालिबा किया जा रहा है । उन्हों ने कहा कि ऐसे वक़्त जब कि तेलंगाना रियासत के हक़ में हड़ताल जारी है और अवाम उस हड़ताल में शरीक हैं क़ाइदीन को चाहीए कि वो यौमे तासीस आंधरा प्रदेश की तक़ारीब का बाईकॉट करें । उन्हों ने कहा कि इन तक़ारीब से ये वाज़िह होजाएगा कि तेलंगाना के हमदरद कौन हैं । उन्हों ने कहा कि हुकूमत इस बात की कोशिश कररही है कि तेलंगाना के अज़ला में वुज़रा इन तक़ारीब में हिस्सा लें लेकिन अवाम वुज़रा को इन तक़ारीब में शिरकत करने नहीं देंगे । उन्हों ने कहाकि अवाम के जज़बात का एहतिराम वुज़रा केलिए ज़रूरी है और सारे तेलंगाना में इन तक़ारीब का बाईकॉट किया जाना चाहीए । रामा रावने कहा कि तलगोदीशम और कांग्रेस के तमाम अवामी नुमाइंदों को चाहीए कि वो इन तक़ारीब से दूर रहें और अलहदा तेलंगाना के बारे में अपनी संजीदगी का इज़हार करें । उन्हों ने कहा कि तेलंगाना के इंज़िमाम के बाद अवाम के मसाइल में इज़ाफ़ा हुआ है और सीमा आंधरा क़ाइदीन अभी भी तेलंगाना के साथ नाइंसाफ़ीयों को क़बूल करने तैय्यार नहीं । अवाम चाहते हैं कि यक्म नवंबर 1956-ए-को तेलंगाना का जो हिस्सा आंधरा में ज़म किया गया था इस को अलहदा रियासत का दर्जा दे दिया जाय और अवाम पुरअमन अंदाज़ में रियासत हासिल करना चाहते हैं । उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि सीमा आंधरा क़ाइदीन की ज़ेर-ए-क़ियादत रियास्ती हुकूमत अवामी एहतिजाज को कुचलने की कोशिश कररही है। उन्हों ने मर्कज़ की जानिब से मसला को तवालत देने की कोशिशों को अफ़सोसनाक क़रार दिया और कहा कि मज़ीद मुज़ाकरात के नाम पर टालने की कोशिश की जा रही है । मर्कज़ को चाहीए कि वो पार्लीमैंट में मुजव्वज़ा सरमाई इजलास में तेलंगाना बिल पेश करे । बल की मंज़ूरी में कोई शुबहात नहीं होसकते क्योंकि अहम अप्पोज़ीशन बी जे पी और इस की हलीफ़ जमातों ने तेलंगाना बल की ताईद का ऐलान किया है । रामा रावने मर्कज़ी हुकूमत पर वाज़िह किया कि जिस तरह उन डी ए दौर-ए-हकूमत में तीन रियास्तें तशकील दी गई थीं इसी तरह असैंबली में क़रारदाद की मंज़ूरी के बगै़र तेलंगाना रियासत तशकील पा सकती है। उन्हों ने तेलंगाना अवाम से अपील की कि वो यक्म नवंबर की तक़ारीब का बाईकॉट करें और इस दिन अवाम को अलहदा रियासत के हक़ में शऊर बेदार करें ।