ग़ुर्बत के बारे में रंगा राजन कमेटी की ताज़ा रिपोर्ट सदर बी एस पी मायावती की तन्क़ीद का निशाना बन गई, जिन्होंने हुकूमत पर ज़रब लगाते हुए कहा कि कमेटी के तुख़मीने ग़रीबों के साथ मज़ाक़ हैं।
जो आदाद-ओ-शुमार पेश किए गए हैं, बी एस पी उनकी ताईद नहीं करती। सदर नशीन सी रंगा राजन ने वज़ीर मंसूबा बंदी राव इन्द्रजीत सिंह को रिपोर्ट पेश की है जिस के बमूजब रोज़ाना 47 रुपये से कम आमदनी वाला शख़्स ग़रीब कहलाता है जबकि सुरेश तेंदुलकर कमेटी ने ये हद 33 रुपये मुक़र्रर की थी। रंगा राजन कमेटी , तेंदुलकर कमेटी की रिपोर्ट पर नज़र-ए-सानी के लिए क़ायम की गई थी।