बर्तानिया में एक बाकमाल नौजवान ने साबित कर दिया है कि कारनामे सरअंजाम देने केलिए उम्र की कोई क़ैद नहीं। बस ज़हानत और हिम्मत का होना ज़रूरी है।
इस नवजवान ने रंगों से भरे गुब्बारों को एक कैनवस के साथ मुंसलिक कर के उन्हें फ़िज़ा में छोड़ दिया जिस में से टपकते रंग के क़तरों ने एक सादा लेकिन दीदा जे़ब आर्ट तैय्यार कर दिया ।
इस पेंटिंग के हरे,नीले ,पीले और भूरे रंग ज़मीन ,समुंद्र,सूरज और रेगिस्तान की नुमाइंदगी कररहे थे जो चंद सैकिण्डज़ में ना सिर्फ एक लाख फुट के फ़ासले तक पहुंच कर मुकम्मल हो गई बल्कि खुला का ये तवील फ़ासिला भी कामयाबी से तै किया।