फरहान अख्तर ने सेना राहत कोष में 5 करोड़ रुपए जमा कराने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि फिल्म रईस को रिलीज कराने के लिए सेना के राहत कोष में पांच करोड़ रुपए देने का सवाल ही नहीं उठता। इस फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार माहिरा खान ने भी काम किया है जिसके वजह से विवाद शुरू हुआ है।
दूसरी तरफ फरहान के इस बयान के बाद महाराष्ट्रा नवनिर्माण सेना (मनसे) सिने विंग के अध्यक्ष अमेया खोपकर ने मिड डे अखबार से कहा है कि रिलीज की तारीख नजदीक आने दो फिर देखाते हैं। वैसे, वे लोग कहां गए जो उस वक्त मौजूद थे जब 5 करोड़ रुपए वाला फैसला लिया गया था? अब सभी अचानक से जाग गए हैं। वहीं नेटवर्क 18 से बात करते हुए फरहान अख्तर ने कहा है कि जब आर्मी ने खुद निर्माताओं की ओर से की वसूली जा रही इस रकम को लेने से मना कर दिया है तो ऐसे में रुपए देने का सवाल ही नहीं उठता।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में फरहान ने यह भी कहा कि यहां तक कि सरकार भी आपको यह नहीं कह रही है कि आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं। तो आप किसे सुन रहे हैं? आप उन लोगों को सुन रहे हैं जो आपको हिंसा के जरिए धमका रहे हैं।
गौरतलब है कि 26 जनवरी 2017 को फिल्म ‘रईस’ रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म के निर्माता फरहान अख्तर हैं। रईस में शाहरुख खान के अपोजिट पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान ने काम किया है। इससे पहले करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ का विरोध मनसे कर रही थी। उसी दौरान यह तय हुआ था कि जिस फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार होंगे उस फिल्म के निर्माताओं को सेना राहत कोष में 5 करोड़ जमा कराना होगा वरना फिल्म को चलने नहीं दिया जाएगा। मनसे के इस कार्य पर सेना से जुड़े अधिकारियों ने नराजगी जताई थी।