रक़म की क़िल्लत से डिस्कवर बहरैन प्रोग्राम मुतास्सिर

बहरैन को दुनिया का मुस्तहकम मुल्क ज़ाहिर करने की कोशिश रक़म की क़िल्लत की वजह से मुतास्सिर हो रही है। डिस्कवर बहरैन एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिस के ज़रीए गुड वर्ल्ड सोसाइटी अवाम को हर साल बहरैन के 9 रोज़ा सियाहती दौरा की तरग़ीब देना चाहती है।

25 सहाफ़ीयों माहिरीन मआशियात और प्रोफेसर्स को बहरैन की सक़ाफ़त मईशत और तहज़ीबी विर्सा के मुक़ामात का दौरा करने की दावत दी गई है। ये स्कीम 2012 से हर साल मुनाक़िद की जाती रही है और जनवरी में दोबारा मुक़र्रर थी लेकिन उसे रुकमी क़िल्लत की वजह से मुल्तवी कर दिया गया।

प्रोग्राम के डायरेक्टर अहमद बोहाज़ा ने कहा कि हर चीज़ तैयार है जिन लोगों को हम बहरैन लाना चाहते हैं उन का ग्रुप और पूरा प्रोग्राम तैयार है। लेकिन मुख़्तलिफ़ सरकारी महकमों सनअतों और कारोबारी इदारों के दरमयान हर सिलसिले में हम आहंगी के लिए मज़ीद 6 माह की मुद्दत दरकार होगी।