रक़म के बदले ज़मानत स्कॅम के मुल्ज़िम जज की मुश्तबा मौत

हैदराबाद 19 जनवरी: ओबुलापुरम माइनिंग स्कॅम के मुल्ज़िम गाली जनार्धन रेड्डी की रक़म के बदले ज़मानत केस में शामिल एक जज की पुर-असरार तौर पर मौत वाक़्ये हो गई। अस्सिटेंट कमिशनर आफ़ पुलिस गोपालपुरम शैव कुमार ने बताया कि डी प्रभाकर राव‌ साकिन ईस्ट मार्रेडपल्ली सिकंदराबाद की लाश उनके मकान में पुर-असरार तौर पर पाई गई। पुलिस ने इस सिलसिले में मुश्तबा मौत का एक मुक़द्दमा दर्ज करते हुए लाश को बग़रज़ पोस्टमार्टम गांधी हॉस्पिटल मुंतक़िल किया।

ख़ानदानी ज़राए ने बताया कि प्रभाकर राव‌ की क़लब पर हमले के बाइस मौत हुई है और ख़ुदकुशी की तरदीद की है। वाज़िह रहे कि साल 2012 में प्रभाकर राव‌ को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रक़म के बदले ज़मानत देने के स्कॅम में शामिल पाए जाने पर गिरफ़्तार किया था और वो ज़मानत पर रिहा हो गए। गिरफ़्तारी के वक़्त प्रभाकर राव‌ ने श्रीकाकुलम के फ़ैमिली कोर्ट जज थे और ज़मानत स्कॅम में गिरफ़्तार शूदा 3 जजस में से वो एक थे।गिरफ़्तारी के बाद प्रभाकर राव‌ ने अपने बेक़सूर होने का दावा किया था। सेंट्रल ब्यूरो आफ़ इन्वेस्टीगेशन ने गाली जनार्धन रेड्डी की ज़मानत के इव्ज़ 10 करोड़ रुपये की अदायगी का पर्दा फ़ाश किया था।