नई दिल्ली 26 दिसंबर: बैंकों और एटीएम्स से पैसे निकालने पर पाबंदी 30 दिसंबर के बाद भी जारी रहेगी। क्योंकि करंसी प्रिंटिंग करने वाले प्रेस और आरबीआई नए करंसी नोटस की तलब को पूरा करने से क़ासिर हैं।
नोटबंदी के अमल की तकमील के लिए मुक़र्ररा मुद्दत 50 दिन अब पूरे होने जा रहे हैं। बैंकर्स में यह चिंता बढ़ती जा रही है कि राशि निकालने की मुक़र्ररा हद की मुद्दत के बाद वो तलब को पूरा नहीं कर सकेंगे। इसलिए बैंकर्स ये चाहते हैं कि रक़ूमात निकालने पर पाबंदी नए साल में भी जारी रखी जाए ताकि बैंकों में काम करते हुए सभी मामलों से निपटा जा सके।
कई स्थानों पर बैंकर्स इस मौक़ूफ़ में नहीं हैं कि वह हर सप्ताह 24000 रुपये की जारीया सीमा को पूरा कर सकें। पैसे की कमी और मुद्रा मुद्रण में देरी की वजह से पैसे की मांग को पूरा नहीं किया जा सकेगा। अगर 2 जनवरी से व्यक्तिगत और ताजरीन की ओर से निकाली जाने वाली राशि की सीमा हटाली गई तो बैंकर्स राशि की बढ़ती मांग को पूरा नहीं कर सकेंगे।
हममे से ज्यादातर का मानना है कि पैसे निकालने की सीमा पूरी तरह से हटाया न जाए और संभव है कि इस में धीरे धीरे नरमी लाई जाएगी। अगर कयाश की सूरत-ए-हाल में सुधार आता है तो पैसे देने में कोई रुकावट नहीं होगी।