रघुवर दास बोले-मार्च तक 80 हजार नौकरियां

रांची : झारखंड जवानी की दहलीज पर कदम रख चुका है। अब इसे संवारने की जरूरत है। हम सबको मिलजुलकर रियासत की सिम्त तय करनी होगी। सरकारी महकमा में 80 हजार ओहदे खाली हैं। तकर्रुरी अमल शुरू कर दी गई है। मार्च 2016 तक तमाम ओहदे भर लिए जाएंगे। मैन पावर की कमी दूर होते ही कामकाज की रफ्तार में और तेजी आएगी। वजीरे आला रघुवर दास ने इतवार को झारखंड की 15वीं सालगिरह पर मुनक्कीद तकरीब में ये एलान की। प्रोग्राम मोरहाबादी मैदान वाकेय बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में हुआ। उन्होंने संस्कृत का एक श्लोक सुनाते हुए कहा कि बच्चे को पांच साल तक लाड-प्यार, 15 साल तक गलती करने पर डांट-फटकार और उसके बाद दोस्त की तरह करने की जरूरत होती है। झारखंड दोस्ती वाले दौर में पहुंच चुका है।

सीएम ने कहा-डिजिटल झारखंड की तरफ हम कदम बढ़ा चुके हैं। सियासी रुकावट की वजह से 14 सालों में तरक्की की रफ्तार नहीं पकड़ पाया। जबकि इस दौरान उत्तराखंड व छत्तीसगढ़ ने तेजी से तरक्की किया। अब यहां मुस्तकिल हुकूमत है, जो तरक़्क़ी के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रही है। इससे पहले गवर्नर द्रौपदी मुर्मू, सीएम, स्पीकर दिनेश उरांव समेत वजीरों ने दीप जलाकर तकरीब का इफ़्तिताह किया। 15 मोबाइल एप्स व वेब पोर्टल की भी ऑनलाइन शुरुआत की गई। झारखंड तहरीक करने वाले को ताम्रपत्र देकर नवाजा।

सीएम ने कहा कि आवाम मेरे लिए रघुवर यानी राम और मैं उनका दास हूं। शासक नहीं, खिदमत गुज़ार बनकर झारखंड का तरक्की करने की तमन्ना है। एवान में हुकूमत ने जो यकीन दिहानी दिए हैं, उन्हें तेजी से पूरा किया जा रहा है। 2019 तक झारखंड को साफ सुथरा झारखंड बनाना है। बदउनवान और दलालों पर रोक लगाने के लिए आईटी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है।

रघुवर ने कहा कि कानून लोगों का मददगार बने, रुकावट नहीं। रास्ता रोकने की बजाय उसे आसान बनाए। जहां जरूरत हो, वहीं ब्रेकर लगाए जाएं। रियासत में बिजनेस और सरमायाकारी का माहौल बना है, यही वजह है कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड को मुल्क में तीसरा मुकाम मिला। हाथ लगे तामीर में, न मांगने में और न मारने में, देवदास आप्टे के इस लाइन को अमल में लाना है।
झारखंड के पास कूवत है इसे पावर हब बनाएंगे
सीएम ने कहा कि झारखंड का कोयला मुल्क को उजाला दे रहा है। अब अपने रियासत में बिजली यूनिटें लगेंगी। 4000 मेगावाट वाले प्लांट के लिए एनटीपीसी के साथ काम शुरू हो गया है। झारखंड को पावर हब बनाना है। रियात के पास इतनी कूवत है कि यह 5 साल में सबसे तरक्की रियासत व 10 साल में दुनिया में तरक़्क़ी रियासतों में शुमार हो सकता है।