रणबीर कपूर के साथ रोमांस ना बाबा ना: करीना कपूर

करीना कपूर सत्याग्रह फिल्‍म में एक जर्नलिस्ट की किरदार में हैं। इसके बाद उनकी रोमांटिक गोरी तेरे प्यार में रिलीज होगी। अखबार  अमर उजाला से खुसूसी बातचीत में करीना ने कहा कि ज़हनी तौर पर शादी के बाद मेरे मन में जरा भी बदलाव नहीं आया है।

‘सत्याग्रह’ में आप क्यों हैं, प्रकाश झा की वजह से या फिल्म की स्क्रिप्ट की वजह से?

मैं ‘सत्याग्रह’ में प्रकाश झा की वजह से हूं। मैं काफी लंबे अर्से  से प्रकाश झा के साथ काम करना चाहती थी। मेरा प्रकाश के काम करने का ख़्वाब हमेशा से रहा है। ‌प्रकाश झा की फिल्मों में अदाकारा सिर्फ हीरो के साथ रोमांस करने के लिए नहीं होती हैं।

फिल्म की कहानी में वे भागीदार होती है। प्रकाश झा मेरे पास इस फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर आए और मैंने अपना रोल पढ़कर फौरन फिल्म को साइन कर लिया।

एक जर्नलिस्ट की किरदार क्या मेनस्ट्रीम हीरोइन की किरदार हो सकती है?

कोई भी आवामी तहरीक हो उसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का किरदार अहम होता है। ‘सत्याग्रह’ आज का सामाजी  तहरीक है। ऐसे माहौल में इलेक्ट्रानिक मीडिया का किरदार और भी वाजिब हो जाती है। इस फिल्म में मेरा किरदार टीवी जर्नलिस्ट का है।

प्रकाश की फिल्म में अदाकार बहुत होते हैं। उनमें गुम होने का खतरा तो नहीं रहा?

जब प्रकाश झा मेरे पास अपनी स्क्रिप्ट लेकर आए थे तो जाहिर है कि उनके दिमाग में मेरे लिए रोल रहा ही होगा। फिल्म में अदाकार कितने भी हों लेकिन हर अदाकार की अपनी अहमियत होती है। मेरा रोल भी फिल्म के अदाकार के पैरलल है।

किस तरह के रोल में खुद को कंफर्ट फील करती हैं?

मैं मेनस्ट्रीम सिनेमा की अदाकारा हूं। यहां हर तरह के रोल करने होते हैं। मेरी कोशिश भी रहती है कि रिवायती अदाकारा के इलावा मैं ऐसे रोल करूं जो एक एक्टर के तौर पर में मुझे तमानियत दें। इसलिए मैं ‘ओमकारा’ भी करती हूं और ‘चमेली’ भी। हर रोल करना एक चैलेंज  होता है।

‘सत्याग्रह’ के बाद आप ‘गोरी तेरे प्यार में’ इमरान के साथ हैं?

‘गोरी तेरे प्यार में’ एक रोमांटिक फिल्‍म है। इस फिल्‍म में मैं इमरान खान के साथ हूं। यह एक गांव की कहानी जरूर है लेकिन लड़की पूरी तरह से मॉर्डन है। इस फिल्‍म में भी आज के रोमांस को दिखाया गया है। मैँ रोमांस करने के साथ तीन-चार अच्छे गाने करती हूं। मेरे मद्दाहों में एक बड़ा ग्रुप मुझे ऐसे रोल करते हुए देखना चाहता है।

इन दिनों नई नस्ल के कई अदाकार बड़े बैनरों के साथ काम कर रहे हैं। साथ ही ऐसे अदाकार भी हैं जो आपकी उम्र के हैं। आपका कंफर्ट लेवल किसके साथ ज्यादा है?

अपनी उम्र के नायकों को मैं बहुत बचपन से पहचानती हूं। कुछ तो ऐसे भी हीरो रहे हैं जो पहले करिश्मा के हीरो रहे और बाद में मेरे। तो इन अदाकारों  के साथ मेरा एक दोस्ती का भी रिश्ता है।

इसी के साथ-साथ मैं नए अदाकार के साथ भी काम कर रही हूं। इमरान खान के साथ मैँ एक मैं और एक तू कर चुकी हूं। फिल्‍म तो औसत रही लेकिन मेरी जोड़ी को लोगों को खूब पसंद किया। इमरान इन दिनों मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से हैं।

कहते हैं कि आपकी सैफ से मुलाकात एक फिल्मी सेट पर ही हुई थी?

हां, सैफ करिश्मा की फिल्म के हीरो थे। यह अमिताभ बच्चन के बैनर की फिल्म थी। मैं दस साल की थी और करिश्मा के साथ फिल्म की शूटिंग देखने गई थी। बाद में यह फिल्‍म बनते-बनते रह गई। सैफ से मेरी पहली मुलाकात वही थी। इसके बाद भी मैं सैफ से करिश्मा की ही कुछ और फिल्मों में मिली।

शादी से आपकी जिंदगी में कितना फर्क आया है?

सच कहूं ‌तो ज़हनी तौर पर शादी के बाद मेरे मन में जरा भी बदलाव नहीं आया है। मैं वैसी ही सोच के साथ जिंदगी जी रही हूं जैसी मैं शादी के पहले थी। पांच फीसदी का बदलाव भी मुझमें नहीं आया है।

सुनते हैं आप दोनों कई-कई दिनों तक नहीं मिल पाते?

मुझे काम पसंद है। मैं फिल्में उसी रफ्तार से कर रही हूं जैसा शादी के पहले करती थी। सैफ को पता है कि मुझे काम करना पसंद है। सैफ को भी अपने काम से मोहब्बत है। हम दोनों ही एक-दूसरे के काम में दखल नहीं देते हैं। मैं टीवी और अखबार में यह पढ़कर खुश हो लेती हूं कि लोग मेरे और सैफ के बारे में क्या-क्या लिख रहे हैं।

रणबीर के साथ काम करने का प्रस्ताव आएगा तो क्या करेंगी?

कितना भी हो जाए ऐसा तो नहीं होगा कि मैं रणबीर के साथ काम करूं। ऐसा हो सकता है कि हम दोनों ही किसी फिल्म में काम करें लेकिन अपोजिट किरदार या रोमांस तो नहीं कर सकते। दूसरे हीरो को भी तो मौका मिलना चाहिए।
बशुक्रिया: अमर उजाला