ओडिशा के ज़िला गंजाम के एक देहात में सालाना रथ यात्रा के दौरान एक उम्र रसीदा ख़ातून और उसकी 5 साला पोती लार्ड जगन्नाथ के मुतहर्रिक रथ के पहियों के नीचे आकर कुचली गईं। पुलिस के बमूजब येहादिसा रुकूनी साहू और उसकी पोती लक्ष्मी को देहात संगी पर में कल पेश आया।
पुलिस ने कहा कि रुकूनी बरसरे मौक़ा हलाक हो गई जबकि बच्ची एम आर सी जी मैडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ज़ख़मों से जांबर ना होसकी। पाटा पुर पुलिस स्टेशन के इंचार्ज इन्सपेक्टर ए के बारी ने कहा कि रिवायत है कि रथ खींचने के दौरान देवता पर फलियां निछावर की जाती हैं, भगत लार्ड जगन्नाथ की मूर्ती की एक झलक देखने के लिए धक्कम पेल कररहे थे जबकि दादी और पोती ज़मीन पर गिर पड़ें और चोबी रथ के पहियों के नीचे आगईं।
देहात और आस पास के इलाक़ों के हज़ारों लोग रथ खींचने के लिए इस मुक़ाम पर जमा थे। इस हादिसे के बाद रथ को रोक दिया गया और मुख़्तलिफ़ रसूमात की अदायगी के बाद रथ को दुबारा खींचा गया। ओडिशा के शहर पूरी में लार्ड जगन्नाथ का सब से बड़ा मंदिर वाक़्य है जहां पर हर साल सब से बड़ी रथ यात्रा मुनाक़िद की जाती है।
अडीशा के दिगर इलाक़ों में छोटे पैमाने पर रथ यात्रा याएं निकाली जाती हैं।