नाज़िर रबात हुसैन मुहम्मद अल शरीफ़ ने वाज़ेह कर दिया कि रबात में क़ियाम की सहूलत के लिए जो क़ुरआ अंदाज़ी की गई थी, उसी फ़ेहरिस्त के मुताबिक़ मुंतख़ब आज़मीन को रबात में क़ियाम की सहूलत फ़राहम की जाएगी।
उन्हों ने कहा कि मुंतख़ब आज़मीन के लिए औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम से अलाहिदा परमिट लेटर हासिल करने की कोई ज़रूरत नहीं है। नाज़िर रबात ने बताया कि 3 इमारतों में 597 आज़मीन हज के क़ियाम के इंतेज़ामात मुकम्मल कर लिए गए हैं और मुंतख़ब आज़मीन की फ़ेहरिस्त के हिसाब से इमारत का अलाटमैंट कर दिया गया।
उन्हों ने कहा कि मुंतख़ब आज़मीन के लिए अलॉट कर्दा कमरे हत्ता कि बेड पर कवर नंबर चस्पाँ कर दिया गया है। औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम की जानिब से ताहाल सिर्फ़ 450 परमिट लेटर्स की इजराई और मख़लुवा नशिस्तों पर औक़ाफ़ कमेटी के दरख़ास्त गुज़ारों को पर करने की कोशिशों की मुख़ालिफ़त करते हुए नाज़िर रबात ने कहा कि सिवाए क़ुरआ अंदाज़ी की फ़ेहरिस्त के किसी और को रबात में क़ियाम की सहूलत नहीं रहेगी।
कई आज़मीन हज ने आज रियासती हज कमेटी के दफ़्तर पहुंच कर शिकायत की कि आख़िरी तारीख गुज़रने का बहाना बनाकर औक़ाफ़ कमेटी उन की दरख़्वास्तें क़ुबूल करने से इनकार कर रही है।