रबी, ख़रीफ़ मौसम में 270 मिलियन टन अनाज की पैदावार

हैदराबाद  25 जून : इंडियन कौंसिल आफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR) ने इस बात की पेश क़यासी की है कि आने वाले रबी और ख़रीफ़ मौसम के दौरान तक़रीबन 270 मिलियन टन अनाज की पैदावार होगी। डायरेक्टर जनरल टी महापात्रा ने ये बात बताई। यहां ICAR इलाक़ाई कमेटी के मीटिंग के बाद अख़बारी नुमाइंदों से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा चावल के इक़साम को बेहतर बनाया गया है।

उन्होंने कहा आईसीएआर चावल के इक़साम बिना धन 8 और बिना धन 10 के इक़साम तैयार कर रही है। पिछ्ले साल इन अक़साम का टेस्ट किया गया था। उन्होंने बारिश के सबब कपास की फ़सल को पेश आने वाले नुक़्सान पर इज़हार-ए-अफ़सोस करते हुए कहा कि आने वाले मानसून के पेशे नज़र कपास की फ़सल को नुक़्सान का ख़तरा बना हुआ है। जब कि क्रेडा की तरफ से कपास कम पैदावार के लिए हिम्मत अफ़्ज़ाई की जा रही है। उन्होंने कहा दालों की बेहतर पैदावार के लिए कोशिशें जारी हैं जब कि इस सिलसिले में पाँच सौ करोड़ रुपये मंज़ूर किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि रियासत मग़रिबी बंगाल में 75 फ़ीसद अंडे एसे पोल्ट्री फॉर्म्स से निकाले जाते हैं जहां पर एसे मुर्ग़ीयों को रखा जाता है जो कि बर्ड फ़लू से मुतास्सिर हो सकते हैं। इस से पहले डाक्टर जे के जैन डिप्टी डायरेक्टर जनीरा फिशरीज़ ने भी ख़िताब किया। डॉ रामा राव‌ डायरेक्टर आईसीएआर एनएएआर एम ने सामईन का ख़ैर-मक़्दम किया।