रियाज़ 20 मई: मक्का मुकर्रमा में मस्जिद उल-हराम में रमज़ान उल-मुबारक की आमद से पहले सिक्योरिटी के सख़्त इंतेज़ामात किए जा रहे हैं और क़ानून नाफ़िज़ करने इदारे हाई अलर्ट की तैयारी कर रहे हैं।
मक्का मुकर्रमा में रमज़ान के दौरान दुनिया-भर से मातमरीन की बड़ी तादाद में आमद होगी और इस के पेशे नज़र सऊदी पुलिस मस्जिद उल-हराम के अंदर और इस के बाहर लोगों के हुजूम को मुनज़्ज़म रखने के मंसूबे पर अमल दरआमद को तैयार है। मस्जिद उल-हराम में स्कियोरटी फोर्सेज के एक लाख 80 हज़ार अहलकार तायिनात किए गए हैं।
उनमें हज और उमरे के लिए फ़ोर्सिज़,मस्जिद उल-हराम की पुलिस ,मक्का पुलिस और अल-हरमेन शरफ़ैन की प्रेसीडेंसी की सिक्योरिटी के अहलकार शामिल हैं। सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ कम्पयूटर स्क्रीनों पर टेक्नीकल सिस्टम के ज़रीये भी मस्जिद उल-हराम की निगरानी करती हैं।
इस सिस्टम के साथ मस्जिद उल-हराम के दाख़िली दरवाज़ों ,छत और इस की तरफ आने वाले रास्तों पर निसब साढे़ सात सौ से ज़्यादा कैमरे मुंसलिक हैं और उनके ज़रीये तमाम नक़्ल-ए-हरकत की निगरानी की जाती है। रमज़ान उल-मुबारक के दौरान इशा और तरावीह की नमाज़ के बाद हज़ारों की तादाद में फ़रज़ंदान तौहीद की मस्जिद उल-हराम में आमद मुतवक़्क़े है और इस माह मुक़द्दस में नमाज़-ए-जुमा के मौके पर भी इबादत गुज़ारूँ की मामूल से कहीं ज़्यादा तादाद आएगी।
तौसी हर्म की टेक्नीकी कमेटी के चैरमैन डॉ फ़ैसल वफ़ा ने बताया कि बैतुल्लाह के तवाफ़ के दौरान और मस्जिद हराम में नमाज़ियों के हुजूम के औक़ात में हुजूम को क़ाबू करने के लिए स्मार्ट चैक पोस्टों के क़ियाम का फ़ैसला किया गया था। माहिरीन ने ख़ुद-कार चैकिंग के निज़ाम की एक चैकपोस्ट का इफ़्तेताह किया है। इन चैक पोस्टों की तंसीब से सेहन मताफ़ में दाख़िल होने वाले ज़ाइरीन की छानबीन मज़ीद आसान होगी और हुजूम के औक़ात में स्मार्ट चैक पोस्टें वक़्त बचाने में मदद देंगी।
डॉ वफ़ा का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक स्मार्ट चैक पोस्टें रिवायती चैक पोस्टों से अपनी कारकर्दगी में कई गुना बेहतर होंगी। उनकी तंसीब से ख़ाने काबे की ज़ियारत में किसी किस्म काख़लल नहीं पड़ेगा। वज़न में हल्की और जदीद इमतियाज़ी सहूलयात से आरास्ता इन चैक पोस्टों को हसब मंशा एक से दूसरे मुक़ाम पर मुंतक़िल किया जा सकेगा। पोस्टों की ज़्यादा से ज़्यादा ऊंचाई 120 से 140 सेंटीमीटर तक होगी।