रमज़ान नहीं वापस जाना चाहता है पाकिस्तान

भोपाल: भोपाल के आश्रय गृह में रह रहा 15 वर्षीय पाकिस्तानी लड़का रमज़ान का कहना है कि अपने देश वापस नहीं चाहता है उसे भोपाल में अपने आश्रय गृह से बहुत प्यार है और वह हमेशा के लिए भारत में रहना चाहता है|
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

रमज़ान अपने आश्रय गृह उम्मीद का सबसे लाडला बच्चा है और उनको कोलकाता वापस भिजवा दिए जाने के तीन हफ़्ते बाद ही सोमवार दोपहर को ट्रेन से भोपाल वापस आ गया उसने कहा कि वह तीन दिन तक भूखा रहने के बाद वापस भोपाल पहुंचा है |

उसने किसी से भी ज़्यादा बात नहीं की लेकिन उसका कहना है कि उसे केवल भोपाल से प्यार है और वह वापस कोलकाता नहीं जायेगा वह अपने साथियों के साथ रहना चाहता है हो सकता है इसलिए वह पाकिस्तान या बांग्लादेश जाने का भी विरोध करता है |

भोपाल चाइल्डलाइन के अनुसार, रमज़ान उन बच्चों के साथ रहना चाहता है जिनके साथ वह तीन साल से अधिक समय से रह रहा है |

अर्चना सहाय, चाइल्डलाइन भोपाल की डायरेक्टर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से इस बारे में बात करते हुए कहा कि “यह हमारे लिए बहुत दुःख की बात है हर कदम रमजान की इच्छा के अनुसार लिया गया लेकिन उसने इस तरह का क़दम उठाया है यह दुख की बात है । हमने सीडब्ल्यूसी को सूचित किया है और अब जो निर्णय कमीशन लेगा उसी के साथ फ़ैसला किया जायेगा” |

रमजान 10 की उम्र में अपनी माँ से अलग हो गया था जिसके बाद उसके पिता मोहम्मद ने उसे बांग्लादेश ले जाकर अपनी दूसरी शादी कर ली थी |

सौतेली माँ द्वारा किये जा रहे अत्याचारों के बाद पाकिस्तान के पास जाने की उम्मीद के साथ रमजान 2011 में अकेला सीमा पार कर जबलपुर के लिए अमरकंटक एक्सप्रेस में सवार हुआ था जिसके बाद वो कोलकाता पहुंचा था |