जहाँ इंटरनेशनल योग डे के मौके पर सारा देश योग करने के नशे में डूबा हुआ था वहीँ महाराष्ट्र के कुछ उर्दू स्कूलों ने इसे दूरी बनाई रखी। इसके पीछे उनका कारण था रमजान का महीना। नशे-मन उर्दू स्कूल की प्रिंसिपल हुस्नआरा खान का कहना है कि रमजान के महीने में स्कूल के सभी स्टूडेंट्स ने रोजे रखे होते हैं जिनमें स्टूडेंट्स शारीरिक कमजोरी महसूस करते हैं इसलिए उन्होंने योग डे में न शामिल होने का फैसला लिया था। अंजुमन इस्लाम के प्रिंसिपल फरहान शेख ने कहा है कि कमजोरी और डिहाइड्रेशन के कारण बच्चों को योग में हिस्सा नहीं लेने दिया गया क्यूंकि हम बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते। इसलिए हम रमजान खत्म होने के बाद खुद एक योग कैंप का आयोजन करेंगे।