रहमान मलिक की ग़ैर मशरूत माज़रत ख़्वाही

ईस्लामाबाद, 1 मार्च (एजेंसीज़) वफ़ाक़ी वज़ीरे दाख़िला रहमान मलिक ने तौहीन अदालत केस में अदालत से ग़ैर मशरूत माफ़ी मांग ली और ख़ुद को अदालत के रहमो करम पर छोड़ दिया।

वज़ीरे दाख़िला ने आज सुप्रीम कोर्ट में तहरीरी जवाब दाख़िल करते हुए कहा कि अदालती मुआमलात में मुदाख़िलत की कभी कोशिश नहीं की, हमेशा अदालत के एहतेराम में पेश होता रहा, कभी अदालती वक़ार को मजरूह करने की कोशिश की, ना ही तौहीन अदालत का सोच सकता हूँ।

अदालत से ग़ैर मशरूत माफ़ी मांगते हुए ख़ुद को अदालत के रहमो करम पर छोड़ता हूँ। मेरी ग़ैर मशरूत माफ़ी क़बूल की जाए। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रहमान मलिक तौहीन अदालत केस की समाअत दस रोज़ के लिए मुल्तवी कर दी।