एक आदी-ओ-ख़तरनाक रहज़न पुलिस तहवील से बड़ी आसानी से रंगारेड्डी कोर्ट से फ़रार होगया जिस के नतीजे में मुख़्तलिफ़ शुबहात उभर रहे हैं। हैदराबाद-ओ-साइबराबाद के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में तक़रीबन 150 से ज़ाइद रहज़नी की वारदातों में शामिल् 21साला मुहम्मद अक़ीलुद्दीन उर्फ़ ख़लीफ़ा एल्बीनगर के दो पुलिस कांस्टेबलस को मुबय्यना तौर पर चकमा देते हुए अहाता अदालत में पुलिस तहवील से फ़रार होगया।
ख़लीफ़ा के अचानक अदालत से आसानी से फ़रार होने पर इस के एनकाउंटर होने का शुबा ज़ाहिर किया जा रहा है। बताया जाता हैके ख़लीफ़ा को चंचलगुडा जेल से एल्बीनगर पुलिस स्टेशन से वाबस्ता दो कांस्टेबलस शेखर और उपेंद्र ने पी टी वारंट पर अपनी तहवील में लेकर कुत्तापेट में वाक़्ये रंगारेड्डी कोर्ट मुंतक़िल करते हुए मुताल्लिक़ा मजिस्ट्रेट मीटिंग पर पेश किया।
बावसूक़ ज़राए ने बताया कि अदालत में पेश करने के बाद पुलिस कांस्टेबलस ख़लीफ़ा के साथ वहां की होटल में दोपहर का खाना खाया।इस के बाद दोनों कांस्टेबलस आपस में बातचीत में मसरूफ़ थे कि रहज़न मौके का फ़ायदा उठाकर फ़रार होगया।
बताया जाता हैके ख़लीफ़ा एक मोटर साइकिल पर किसी पुराने साथी के हमराह फ़रार होने में कामयाब होगया। डिप्टी कमिशनर पुलिस एल्बीनगर ज़ोन तफ़सीर इक़बाल ने बताया कि कांस्टेबलस की शिकायत पर चैतन्यापूरी पुलिस स्टेशन में एक मुक़द्दमा दर्ज किया गया है और उसकी तलाश जारी है। बताया जाता है मुहम्मद अक़ील उर्फ़ ख़लीफ़ा जो पेशे से हार्डवेयर-ओ-नेटवर्किंग इंजनीयर है और वो अलीनगर, चंदरायनगुट्टा का साकन है और वो शहर के ख़तरनाक रहज़न 23 साला सय्यद हुसैन उर्फ़ लंबा हुसैन का साथी है। ख़लीफ़ा, हुसैन के हमराह मोटर साइकिल पर राह चलती ख़वातीन को निशाना बनाते हुए उनके गले से तिलाई चेन उड़ा लिया करता था और इस सिलसिले में साल 2010 /11/12 में एस आरनगर पुलिस, छतरीनाका पुलिस, मुशीराबाद पुलिस और चादरघाट पुलिस के अलावा सईदाबाद पुलिस ने उसे गिरफ़्तार किया था। ख़तरनाक रहज़न पिछ्ले चंद अर्से से चंचलगुडा जेल में महरूस था और उसे वक़फे वक़फे से हैदराबाद-ओ-साइबराबाद पुलिस मुख़्तलिफ़ मुक़द्दमात में पी टी वारंट पर रीमांड कररही थी। ख़लीफ़ा की तलाश के लिए हैदराबाद की कमिशनर टास्क फ़ोर्स टीमें और साइबराबाद स्पेशल ऑप्रेशन टीम सरगर्म होगई है।