रांची की तालिबा को एपीजे अब्दुल कलाम लिग्नाइट अवार्ड

रांची : दारुल हुकूमत के डीएवी कपिलदेव स्कूल की 12वीं की तलिबा निमिषा कत्यायन ने ट्रेन में सीढ़ी का आइडिया पेश कर कौमी सतह पर इनाम जीता है। उसकी इस कामयाबी पर सदर प्रणब मुखर्जी ने उसे एपीजे अब्दुल कलाम लिग्नाइट अवार्ड से नवाजा किया।
आईआईएम अहमदाबाद में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (निफ) की तरफ से इन्काद इग्नाइट कंपीटिशन में निमिषा ने ड्रॉ ब्रिज डोर टू ट्रेन पर आइडिया के साथ प्रजेंटेशन दिया था। जिसमें वह अव्वल रही। निमिषा की इस कामयाबी से स्कूल के साथ-साथ झारखंड की भी इज्ज़त बढा है।

निमिषा ने बताया कि एक बार वह अपनी दादी के साथ ट्रेन से सफ़र कर रही थी। इस दौरान दादी को ट्रेन में चढ़ाने में उसे काफी दिक्कतें आई थीं। उसी वक़्त से उसके मन में यह आइडिया आया था कि क्यों न ट्रेन में एक सीढ़ी बनाई जाए, जिसके सहारे माज़ूर, बूढ़े-बच्चे आसानी से ट्रेन पर चढ़ सकें। इससे सामान चढ़ाने में भी सहुलत होगी। मौका मिलते ही निमिषा ने अपने इस आइडिया को आईआईएम अहमदाबाद में इन्काद नेशनल कॉम्पिटिशन में पेश कर दिया। प्रेजेंटेशन के दौरान निमिषा ने बताया कि डोर रैंप की तरह खुलेगा। इसका कंट्रोल इंजन में ड्राइवर के पास होगा।

निमिषा ने बताया कि वह अपने ड्रॉ ब्रिज डोर टू ट्रेन आइडिया को ई-कनेक्ट के जरिए रेल वजारत को भेजेगी। वह रेलवे को बताएगी कि इस तरह के इस्तेमाल से ट्रेन में किए जाने से बुजुर्ग व माज़ूर मुसाफिरों को सहुलत के साथ ही ट्रेन में चढ़ने-उतरने के दौरान होने वाले हादसे भी रुकेंगे।