रांची में डेढ़-दो करोड़ के फ्लैट

रांची 22 अप्रैल : दारुल हुकूमत रांची में अब डेढ़ से दो करोड़ के फ्लैटों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। ग़ैरमनकूला जायदाद (रियल इस्टेट) के बाजार में नया हिस्सा उभर रहा है। बड़े-बड़े ग़ैरमनकूला जायदाद (रियल स्टेट) और सोसाइटी में लोग फ्लैट खरीदने को ज्यादा तरज़ीह दे रहे हैं। शहर के दरमियान वाकेय ये अपार्टमेंट लोगों को तमाम जदीद सहूलियत दे रहे हैं।

एक ही अहाते में पार्क, छोटा खेल ग्राउंड, स्वीमिंग पुल, स्पा, जिम, कम्युनिटी हॉल, जॉगिंग ट्रैक जैसी सहूलियत रहती हैं. शहर के दरमियान में होने के बाद भी ये शोर-शराबे से बिल्कुल आज़ाद होते हैं। लोग सारी सहुलतों से लैस इन अपार्टमेंट और सोसाइटी में फ्लैट खरीदने के लिए करोड़ों चुका रहे हैं। लोगों को बस क्वालिटी मस्नुआत, बेहतर लाइफ स्टाइल चाहिए।

लालपुर, कांके रोड, बरियातू, मोरहाबादी, चांदनी चौक वगैरह इलाकों में एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में है।
लालपुर में सबसे महंगे अपार्टमेंट का काम शुरू किया गया है। रांची ही नहीं, यह झारखंड का सबसे बुलंद अपार्टमेंट (जी प्लस 25) होगा। इस अपार्टमेंट में एक फ्लैट की शुरुआती कीमत 5100 रुपये स्कवायर फीट रखी गयी, इस तरह तक़रीबन 2500 स्कवायर फीट के एक फ्लैट का दाम सवा करोड़ तय किया गया। कुछ ही दिनों में कीमत बढ़ गयी। इसी फ्लैट का दाम 6000 रुपये स्कवायर फीट तक पहुंच गया, यानी इसकी कीमत डेढ़ करोड़ रुपये हो गयी।

कांके रोड से शुरू हुआ सकाफ़त : रांची में सबसे पहले ग़ैरमनकूला जायदाद (रियल इस्टेट) सकाफ़त कांके रोड में बढ़ा। यह इलाका शहर के मत्मुल इलाकों में गिना जाने लगा है। शुरुआती दौर में कांके रोड अच्छी खुसूसियत वाले महंगे फ्लैट का अलामत बन गया। मौजूदा वक़्त में इस इलाके में 3500-5000 रुपये स्कवायर फीट की दर से फ्लैट मिल रहे हैं। कांके रोड में चांदनी चौक तक सड़क के दोनों तरफ सिर्फ अपार्टमेंट हैं। चांदनी चौक के इर्दगिर्द 4500 रुपये फी स्कवायर फीट तक की शरह चल रही है। कांके रोड में ही एक अपार्टमेंट बन रहा है। यहां 3000-3000 स्कवायर फीट के फ्लैट बन रहे हैं।

शुरुआती शरह 3500 रुपये फी स्कवायर फीट रखी गयी, यानी एक फ्लैट की कीमत एक करोड़ पांच लाख रुपये। हालांकि कुछ ही दिन बाद कीमत बढ़ कर 5000 रुपये स्कवायर फीट हो गयी, इस तरह एक फ्लैट डेढ़ करोड़ का हो गया। इसी इलाके में एक और अपार्टमेंट बन रहा है, जहां एक फ्लैट की कीमत दो करोड़ तक रखी गयी है।

हालांकि इस इलाके में ग्राउंड वाटर लेबल काफी गिर गया है। इस कारण अब लालपुर, मोरहाबादी, बरियातू ग़ैरमनकूला जायदाद (रियल इस्टेट) का नया बाजार बन रहा है।