एनआइए की टीम रांची में मुसलसल दबशि बनाई हुई है। मुश्तबा से पूछताछ और उनकी निशानदेही पर कई जगहों पर छापामारी बम की तलाश जारी है। एनआइए को शक है कि रांची में कई जगह और बम दबे हुए हैं। टीम जल्द ही इन ठिकानों तक पहुंच जाएगी।
मुश्तबा के तरबियत कैंप तक पहुंची
पीर को एनआइए की टीम सीठियो गांव से सटे रिंग रोड के 15 किलोमीटर की दूरी तक बम तलाशती रही। मुश्तबा से पूछताछ के दौरान यह पता चला कि कुछ टाइमर बम रिंग रोड के किनारे पहाड़ी में छुपा कर रखे गए हैं। इसी इत्तिला पर मो हैदर, इफ्तेखार, मुजिबुल्लाह और फिरोज अंसारी को लेकर टीम तुपुदाना के रास्ते रिंग रोड पहुंची। आसपास के इलाकों में सर्च किया गया मुश्तबा जहां बता रहे वहां गड्ढा खोदकर देखा गया।
इसके बाद अफसर रिंग रोड से धीरे-धीरे नगड़ी की तरफ बढ़ने लगे। सीठियो से सटे जंगल में तकरीबन एक घंटे रूके। उस इलाके का मुआयना किया, जहां मुश्तबा को बम चलाने की तरबियत दिया जाता था। इसे ट्रेनिंग सेंटर के तौर में मुश्तबा ने तब्दील कर दिया था। एनआइए के साथ गिरफ्तार मो इम्तियाज का एक रिश्तेदार और सीठियो गांव के कुछ लोग भी थे। एनआइए के अफसर रिंग रोड में पड़नेवाले ओवरब्रिज के आसपास भी चेकिंग की। वहां भी कई जगह गड्ढा खोदा गया।
जो कुछ भी मिला, उसे जब्त कर लिया गया। इत्तिला है कि कुछ धमाके खेज अलूत और मुश्तबा के इस्तेमाल में लाए गए सिम बरामद हुए हैं। हालांकि अभी तक सरकारी तसदीक़ नहीं की गई है। एनआइए और पुलिस की टीम वहां से नगड़ी की तरफ बढ़ी और दो घंटे के बाद फिर उसे रास्ते से वापस लौट गई। एनआइए के डीआइजी अनुराग कुमार और एसपी वैभव कुमार भी साथ थे। एनआइए ने छह गाँव वालों से पूछताछ की। इसमें चार सीठियो और दो शहर के थे।
इनसे यह जानने की कोशशि की गई, मुश्तबा के साथ इनके क्या रिश्ते हैं। एनआइए को मुल्क के दूसरों शहरों में धमाके के बाद जख्मी मुश्तबा का इलाज रांची में हुआ है। इस मामले में भी एक दीगर डाक्टर की तलाश है। एनआइए हैदर, मुजबिुल्लाह, फिरोज असलम और इफ्तेखार को सामने कर पूछताछ कर रही थी। पूछताछ में कोई खुसुसि जानकारी एनआइए को नहीं मिली है। पूछताछ करनेवालों में एनआइए के एसपी विकास वैभव और अनुराग कुमार शामिल है। पूछताछ के बाद एनआइए की टीम सीठियो और रिंग रोड से सटी पहाड़ियों पर मुश्तबा को लेकर पहुंची।
अपर बाजार भी गई थी टीम
टीम पीर को अपर बाजार इलाके में भी गई थी। एक हार्डवेयर दुकान को मुश्तबा ने दिखाया। उस हार्डवेयर दुकान से कुछ सामान खरीदने की बात सामने आ रही है।
डाक्टर की तलाश : एनआइए के मुताबिक मुल्क के दूसरे हिस्सों में सीरियल धमाके में जख्मी कई मुश्तबा का इलाज रांची के नामी डाक्टर ने किया है। उस डाक्टर को भी शक के दायरे में रखा गया है और जल्द ही एनआइए डाक्टर को पूछताछ के लिए बुला सकती है। इफ्तेखार से पूछताछ की जा रही है, साथ ही पूरे मामले में एक नामी अस्पताल के डॉक्टर की भी तलाश है, जो हैदर का नजदीकी बताया जाता है।