इंडियन ओलम्पिक एसोसीएशण के जेनरल बॉडी इजलास में आज उस वक़्त कुछ ड्रामाई मुनाज़िर देखने में आए जब नैशनल राइफल्स एसोसीएशण आफ़ इंडिया के सदर रानंदर सिंह से कहा गया कि वो इजलास से चले जाऐ
उनकी एसोसीएशण के ख़िलाफ़ अदालत में एक मुक़द्दमा ज़ेर दौरान है। इजलास में रानंदर सिंह ने ये मसला उठाया था कि आया राइफल्स एसोसीएशण नुमाइंदे आया इंडियन ओलम्पिक एसोसीएशण के अथैलेटस कमीशन के रुक्न होसकते हैं या नहीं। इस पर एसोसीएशण रुक्न राजा सिद्धू ने अदालती मुक़द्दमा के काग़ज़ात दिये और ये सवाल किया कि आया राइफल्स एसोसीएशण इस बात की भी मजाज़ है या नहीं कि वो ख़ुद को क़ौमी शूटिंग इदारा क़रार दे।
सिद्धू ने उस वक़्त सदर नशीन एस रग्घू नाथन से कहा कि वो इस मसले पर अपनी राय दें। इस मौके पर रग्घू नाथन ने इंडियन ओलम्पिक एसोसीएशण के एक और रुक्न और वकील आर के आनंद को हिदायत दी कि वो इस मसला से निमटें जिस के बाद रानंदर सिंह से कहा गया कि वो इजलास से बाहर चले जाएं।
इजलास से बाहर आते हुए इंतिहाई ब्रहमी की हालत में रानंदर सिंह ने कहा कि इंतिख़ाब के मसला पर दो एलाहदा दरख़ास्तें अदालतों में गई थीं और दिल्ली हाइकोर्ट की एक वाहिद रुक्नी बंच ने हमारे (रानंदर सिंह के) हक़ में फ़ैसला दिया है।