राक्षस हैं हेमंत सोरेन, जरूरत पड़ी तो पार्टी छोड़ दूंगा : ददई दुबे

वजीरे आला हेमंत सोरेन ने बुध सुबह अचानक बदले सियासी वाकिया के दरमियान देही तरक़्क़ी वज़ीर चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे कोकाबीना से बर्खास्त कर दिया। गवर्नर डॉ. सैयद अहमद ने उन्हें हटाने की सिफारिश को अपनी मंजूरी दे दी है। वजीरे आला और हुकूमत के खिलाफ बयानबाजी को लेकर ददई के खिलाफ यह कार्रवाई हुई। ज़राये के मुताबिक ददई की जगह अब डालटनगंज से कांग्रेस के एमएलए केएन त्रिपाठी कोकाबीना में शामिल किया जा सकता है। उन्हें जल्द ही वज़ीर ओहदे की हदफ़ दिलाई जा सकती है।

ददई ने जुमेरात को कांग्रेस सदर सोनिया गांधी से मुलाकात का वक़्त मांगा है।
ददई का कहना है वजीरे आला लोहा, कोयला बेच दिया। गरीबों का बालू बेच दिया। बालू में 500 करोड़ का लेन-देन हुआ है। दारू भी बाहरी को बेचने जा रहे हैं। साबिक़ वज़ीर ने कहा कि वजीरे आला गैर कानकुनी कराते हैं। झारखंड को कंगाल बना दिया। मैं आला कमान से मिलने जा रहा हूं, सारी बातों की जानकारी दूंगा। आला कमान ने मुझे कुछ नहीं कहा है। ददई ने कहा आला कमान से मिलने के बाद जरूरत पड़ी, तो पार्टी भी छोड़ दूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा का इंतिख़ाब लड़ूंगा, कांग्रेस से नहीं लड़ा, तो आज़ाद भी लड़ूंगा। ददई दुबे इंचार्ज बीके हरि प्रसाद पर भी गरमाये। उन्होंने कहाइंचार्ज को नहीं जानता। इंचार्ज ने झारखंड में पार्टी को बरबाद कर दिया है।

केएन त्रिपाठी बन सकते हैं अगले वज़ीर

ददई दुबे को बरखास्त करने के बाद अब कांग्रेस कोटे से अगला मंत्री कौन होगा, इसे लेकर बहस हो रही है। ददई दुबे पलामू इलाक़े से एमएलए हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस इसी इलाक़े के एमएलए को मौका दे सकती है। इस वजह से डालटेनगंज से एमएलए केएन त्रिपाठी को कांग्रेस की तरफ से वज़ीरबनाया जा सकता है। जमशेदपुर के एमएलए बन्ना गुप्ता को भी दावेदार के तौर में देखा जा रहा है। उनके नाम की भी बहस हो रही है।