बिहार एसेम्बली की 10 सीटों पर होनेवाले जमनी इंतिखाबात में भाजपा के खिलाफ बड़े इत्तिहाद की तसवीर साफ होने लगी है। इसमें जदयू-राजद के अलावा कांग्रेस और भाकपा के भी शामिल होने की इमकान है। पीर को राजद एमएलए दल के लीडर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने दो टूक अलफाज में कहा कि हमें जदयू का ऑफर मंजूर है। भाजपा के खिलाफ इत्तिहाद वक़्त की मांग है।
हालांकि, इस सिलसिले में आखरी फैसला राजद सदर लालू प्रसाद लेंगे। लालू प्रसाद और साबिक़ वजीरे आला और जदयू लीडर नीतीश कुमार मिल कर सीटों का बंटवारा करेंगे। वहीं, दूसरी तरफ इत्तिहाद में शामिल होने के नीतीश कुमार के ऑफर पर कांग्रेस ने भी गौर करने की बात कही है। उधर, भाजपा ने कहा कि वह जमनी इंतिखाबात में लोजपा और रालोसपा के साथ मिल कर लड़ेगी और एक हफ्ताह में पार्टी उम्मीदवारों का फैसला हो जायेगा।
“जदयू से ऑफर आया है। पार्टी इस पर गौर कर रही है। जो भी फिरका परास्त ताकतों के मुखालिफत हैं, उन्हें एक प्लेटफोरम पर आना चाहिए। ”
अशोक चौधरी, रियासती कांग्रेस सदर
“एसेम्बली जमनी इंतिखाबात में हमें मुत्तहिद होकर लड़ना चाहिए। इसमें सीटों को बंटवारा तय नहीं हुआ है,पर सीपीआइ को एक सीट जरूर मिलनी चाहिए।”
केदार पांडेय, सीपीआइ
वशिष्ठ पहुंचे दिल्ली, लालू से फोन पर की बात
इत्तिहाद की कवायद के दरमियान जदयू के रियासती सदर वशिष्ठ नारायण सिंह पीर की शाम दिल्ली पहुंचे और उन्होंने फोन पर राजद सदर लालू प्रसाद से इस सिलसिले में बात की। हालांकि सरकारी तौर से इसकी तसदीक़ नहीं हो सकी है। इससे पहले वशिष्ठ नारायण सिंह ने पटना में प्रेस कोन्फ्रेंस में कहा कि हमने अपनी तरफ से राजद को खुला ऑफर दे दिया है। अब हमें राजद के रिस्पांस का इंतजार है। राजद से रिस्पांस मिलते ही दोनों दलों के लीडरों के दरमियान बातचीत होगी और सीटों का बंटवारा किया जायेगा।