राजद ने कहा-मांझी के बिना महागठबंधन मुमकिन ही नहीं

राजद पूरी तरह साबिक़ वजीरे आला जीतन राम मांझी के हक़ में उतर गया है। राजद के सीनियर नायब सदर डाॅ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने पीर को पार्टी दफ्तर में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि मांझी बिना जनता परिवार का महागठबंधन मुमकिन नहीं है। वजीरे आला नीतीश कुमार ने आवाम से माफी मांग कर अपनी गलती सुधारी है।
मांझी को उन्होंने वज़ीर ओहदे से हटाकर वजीरे आला बनाया था। ऐसे में वजीरे आला ओहदे से हटाने के बाद वज़ीर ओहदे पर मांझी का दावा बनता है। चूंकि वजीरे आला से हटने के बाद वज़ीर ओहदे की इज्ज़त नहीं होगी, इसलिए मांझी को डिप्टी सीएम बनाने के बाद ही नीतीश पूरी गलती सुधार पाएंगे।
डाॅ. सिंह ने कहा कि भाजपा से लड़ने के लिए सेक्यूलर वोटों का एक करना जरूरी है। ऐसे में मांझी गुट के तमाम लीडरों को जनता परिवार में जोड़ना ही होगा। मांझी के हिमायत में बयान देने की वजह पूछने पर उन्होंने कहा-राजद सदर लालू प्रसाद पहले ही मांझी से साथ आने की दरख्वास्त कर चुके हैं। अब हम नीतीश से दरख्वास्त कर रहे हैं कि वे मांझी को साथ लाने की शुरुवात करें। जनता परिवार की मजबूती के लिए मांझी और मांझी ग्रुप को साथ लाना ही होगा। रघुवंश के बयान पर ‘हम’ के चीफ़ तर्जुमान राजीव रंजन ने कहा कि जदयू, कांग्रेस व राजद ने मिलकर जीतन राम मांझी को हटाया।

अब चूंकि मांझी जी मुल्क के लीडर बन चुके हैं, उनका रियासती मुहिम शुरू हो रहा है, ये तमाम लोग उनसे डरे हुए हैं, इसलिए अवाम को बरगलाने-भरमाने के लिए ऐसे बेतुके बयान दिए जा रहे हैं। मांझी जी, किसी भी सूरत में नीतीश का कोई ओहदा कुबूल नहीं करेंगे। दूसरी तरफ, जदयू तर्जुमान नीरज कुमार ने कहा कि मांझी, जदयू से मुतल्लिक़ हैं। भाजपा की कठपुतली बन गए थे।
जदयू ने उनको आला दर्जा दिया था। वे तो वजीरे आजम बनने का ख्वाब देख रहे हैं। डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह को उनको इतना छोटा ख्वाब नहीं दिखाना चाहिए; इतने छोटे ओहदे (नायब वजीरे आला) की सलाह नहीं देनी चाहिए। वैसे भी रघुवंश बाबू चर्चा में बने रहने के लिए कुछ न कुछ बोलते ही रहते हैं।’

हर किसी की बात पर ध्यान देना या उसका जवाब देना जरूरी होता है क्या? बहुत काम करना है। ऐसे बयानों की कोई नोटिस नहीं लेते।

नीतीश कुमार, वजीरे आला

मैं ओहदे की सियासत नहीं करता। मेरे लिए कुछ लोग नायब वजीर आला ओहदे की बात कह रहे हैं। यह भद्दा मजाक है।
जीतन राम मांझी, साबिक़ वजीरे आला