राजद संग मिलकर शहाबुद्दीन को बचाने की हो रही कोशिश : मोदी

साबिक़ नायब उप वजीरे आला सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रियासत में कत्ल और इस्मतरेज़ि की वारदात में जबरदस्त इजाफा हुई है। जुर्म से जुड़े सरकारी अदाद और शुमार से भी इसकी तसदीक़ हो रही है। हर जिले में कानून निजाम की हालत बद से बदतर हो गई है। सीवान में रौशन नाम के एक नौजवान की कत्ल कर दी गई।

इस मामले में शहाबुद्दीन मुल्ज़िम हैं और उनके बेटे ओसामा को एफआईआर में नामजद किया गया है। उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि जदयू का राजद के साथ इत्तिहाद होने की वजह से शहाबुद्दीन को बचाने की कोशिश हो रहा है। वे सीवान गए थे और मैयत के वालिद चंदा बाबू से मिले थे। इंतिख़ाब तबलिग के दौरान चंदा बाबू नरेंद्र मोदी के प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद थे। पहले भी उनके दो बेटों की कत्ल हो चुकी है।

सुशील मोदी के इल्ज़ाम

मोदी ने कहा कि साल 2006 में 3225 कत्ल हुई थीं और साल 2013 में यह अदाद व शुमार 3441 तक पहुंच गया। साल 2005 में इस्मतरेज़ि की 973 वारदात दर्ज की गई थीं, जो साल 2013 में 1128 तक पहुंच गईं। गुजिशता चार महीनों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि जनवरी 2014 में 247 कत्ल हुईं थीं और मई 2014 में यह तादाद बढ़कर 341 हो गईं। इस्मतरेज़ि के मामले भी बढ़े हैं। जनवरी, 2014 में इस्मतरेज़ि की 72 वारदात दर्ज की गई थीं, जो मई 2014 में 130 तक पहुंच गई। मोदी ने कहा कि हाल के दिनों में जो पुलिस अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग हुई है, उसमें भी इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि किस अफसर को कहां भेजा जाए।