नेपाल की राजधानी काठमांडू में रविवार को हुए तीन सिलसिलेवार बम धमाके में चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके एक दिन बाद ही नेपाल के कई इलाकों से हिंसा की खबरें आईं। सेना ने कई जगहों से बम निष्क्रिय किए। गैरकानूनी घोषित एक कम्युनिस्ट समूह द्वारा आहूत एक आम हड़ताल के कारण नेपाल में सामान्य जीवन प्रभावित हुआ।
पुलिस ने बताया कि देशभर में हुई हिंसा की घटनाओं में नवलपरासी जिले में ट्रक को जला दिया गया,जबकि सुरखेत में बस को आग के हवाले कर दिया गया। नेपाली सेना पोखरा में तीन, अन्नपूर्णा में एक और कास्की जिले में एक बम को निष्क्रिय करने में सफल रही। सेना ने रविवार को भी कोटेश्वोर, सतडोबातो, ग्वारको और लेघेल में बमों को निष्क्रिय किया था।
सुरक्षा बढ़ाई
पुलिस ने कहा कि सोमवार को जहां बम लगाए गए थे, वहां लोगों का ज्यादा आना-जाना है। यह सभी बम रविवार को विस्फोट के लिए इस्तेमाल किए गए बमों से ज्यादा शक्तिशाली हैं। देशभर में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। रविवार को हुए धमाकों के आरोप में नौ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। काठमांडू के सुकेधरा, घाटटेकुलो और नागदंगुंगा क्षेत्रों में हुए विस्फोटों में चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि नौ लोग घायल हो गए। अभी तक इन धमाकों की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई भी आगे नहीं आया है। पुलिस जांच में जुटी है।
कम्युनिस्ट समूह का हाथ
पुलिस को संदेह है कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से एक बार अलग होने वाले गैरकानूनी समूह विस्फोटों के लिए जिम्मेदार हैं। समूह के सदस्य अपने समर्थकों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। विरोध में ही इन धमाकों को अंजाम दिया है। नेपाल सरकार ने हाल ही में इस समूह की हिंसक गतिविधियों को देखते हुए इसे प्रतिबंधित कर दिया था। समूह ने विरोध जताने के लिए सोमवार को हड़ताल भी की।
बंद रहे संस्थान
कुछ महीने पहले एक मुठभेड़ में अपने कार्यकर्ताओं के मारे जाने के विरोध में सीपीएन माओवादी द्वारा आहूत हड़ताल के कारण प्रमुख शहरों में शैक्षणिक संस्थान और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। यातायात भी प्रभावित रहा।