मरकज़ी दाखिला वज़ीर राजनाथ सिंह अगर झारखंड का दौरा करेंगे तो उनपर नक्सली हमला कर सकते हैं। दाख्ला वज़ीर नजदीकी मुस्तकबिल में मुल्क के रियासतों का दौरा करने वाले हैं। इस लिहाज से मरकज़ी दाख्ला वुजरा के डाइरेक्टर गिरशि कुमार ने रियासत के चीफ़ सेक्रेटरी और दीगर आला अफसरों को इसकी इत्तिला दी है। मरकज़ी दाखला वज़ीर पहले जेड जमरे की सेक्यूरिटी में थे, जिसे बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया गया है।
उन्हें एनएसजी सेक्युर्टी भी मिलेगी। झारखंड समेत दीगर रियासतों को यह इत्तिला दी गई है कि अगर राजनाथ सिंह दौरे पर जाएं तो इसी जमरे की सेक्युर्टी दी जाए। दहशतगर्दों के अलावा नक्सलियों ने भी उन्हें निशाने पर रखा है। पाक हिमायती दहशतगर्द जेहादी अनासिर या भारत में सरगर्म दहशतगर्द हमला न कर पाएं इसकी पूरी निज़ाम हुकूमत करेगी। झारखंड में लीडरों पर हमला होते रहा है। रियासत के वज़ीर रमेश सिंह मुंडा, बगोदर एमएलए महेंद्र सिंह, झामुमो के एमपी सुनील महतो, साबिक़ सीएम बाबुलाल मरांडी के बेटे अनूप मरांडी की कत्ल हो चुकी है।
वहीं चतरा के साबिक़ एमपी इंदर सिंह नामधारी, साबिक़ वज़ीर कमलेश सिंह, साबिक़ एमएलसी प्रवीण सिंह पर भी जानलेवा नक्सली हमला हो चुका है। रियासत के कई लीडर निशाने पर झारखंड में दहशतगर्दों के बाद मुश्तबा की सर्गर्मियाँ भी बढ़ी है। नक्सलियों ने यहां के साबिक़ सीएम अर्जुन मुंडा, बाबुलाल मरांडी, साबिक़ नायब वजीरे आला सुदेश महतो समेत दर्जन भर लीडरों को निशाने पर रखा है। इन लीडरों को जेड कटैगरी की हिफाजत दी गई है। साथ ही कुछ आइपीएस अफसर भी नक्सलियों के निशाने पर हैं।
जिसमें साबिक़ आइजी दीपक वर्मा, साबिक़ डीजीपी और एमपी बीडी राम, आइजी अनुराग गुप्ता भी निशाने पर हैं। नक्सलियों ने सीएम हेमंत सोरेन और रियासत के डीजीपी राजीव कुमार को भी निशाने पर रखा है।