राजय‌ में रेत कि जगह‌ रोबो सैंड का चलन‌

* कमि से निमटने के लिए हुकूमत की हिक्मत-ए-अमली, जनता के शुबहात को दूर करने तशहीरी मुहिम
हैदराबाद। ( सियासत न्यूज़) रियासत में रेत की कमि के कारण‌ रोबो सैंड ( रोबो रेत ) को फ़रोग़ देने का राजय सरकार‌ इरादा रखती है। इस रेत के बारे में जनता में पाए जाने वाले शकूक-ओ-शुबहात को दूर करने बड़े पैमाने पर तशहीरी इक़दामात किए जाएंगे।

आज यहां राजय सेक्रेटीट में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए श्रीमती जी अरूना कुमारी वज़ीर मादनियात ने ये इन्किशाफ़ किया। उन्हों ने बताया कि मर्कज़ी हुकूमत से माहौलियाती इजाज़त हासिल करके रियासत में रेत की निकासी के लिए तेज़ तर इक़दामात किए गए हैं और नदियों के बहाव‌ वाले इलाक़ों की पट्टा जमिनों‍ ओर निचले इलाकों में रेत निकालने के लिए भी इक़दामात किए जाएंगे।

वज़ीर मादनियात ने कहा कि निशानदेही किए गए रेत के केन्द्रो के बारे में मर्कज़ से माहौलियाती मंज़ूरीयां हासिल की जाएंगी। उन्हों ने कहा कि रियासत में तामीरी ज़रूरीयात के लिए सालाना दो करोड़ क्यूबिक मीटर रेत की ज़रूरत होगी। लेकिन इस मिक़दार के मुक़ाबले में एक करोड़ 70 लाख क्यूबिक मीटर रेत मुख़्तलिफ़ तरीक़ों के ज़रीये जनता को देने के इक़दामात किए जा रहे हैं।

श्रीमती जी अरूना कुमार ने कहा कि माहौलियाती मंज़ूरी के बगै़र ही 14 मुक़ामात पर पानी के अंदर से रेत निकालने के मवाक़े पाए जाते हैं। रियासत में रेत की कमि से पैदा होने वाले मस्लों का जिकर‌ करते हुए वज़ीर मादनियात ने कहा कि रेत के मस्ले को हल‌ करने तामीरी शोबा के लिए मुकम्मल मदद‌ करने के साथ साथ मज़दूरों को काम देने के इक़दामात किए जाएंगे।

रियास्ती वज़ीर ने कहा कि रियासत में रेत की निकासी को बाक़ायदा बनाने रेत के काइदा कानुनों में फेरफार‌ के लिए नइ शर्तें प‌र ग़ौर हो रहा हैं। उन्हों ने ओर‌ कहा कि रेत की गै़रक़ानूनी ट्रान्स्फोर्ट‌ के सिलसिले में कई अफ़राद के ख़िलाफ़ केस दर्ज करके जुर्माने आइद किए गए हैं और ज़ाइद स्टाफ़ को तय‌ करने के साथ साथ ज़िला की सतह पर वीजलनस कमेटीयों को इंतिहाई चौकसी के साथ काम करने की हिदायात दी गई हैं।