राजस्थान में चलो मदर्सा, पढ़ो मदर्सा मुहिम ( अभियान)

राजस्थान मदर्सा बोर्ड के चेयरमैन मौलाना फ़ज़ल हक़ ने अक़ल्लीयती ( अल्पसंख्यक) फ़िर्क़ा के लोगों से नए तालीमी सेशन से शुरू होने वाली चलो मदर्सा, पढ़ो मदर्सा मुहिम में शामिल होकर अपने बच्चों को ज़्यादा से ज़्यादा तालीम दिलाने की अपील की है।

मिस्टर हक़ ने यहां नया कुँआं इलाक़ा में वाक़्य ( मौजूद) मदर्सा रहमानीया में बीकानेर सिटी डेवलपमेंट अथार्टी की गोल्डन जुबली के मौक़ा पर 8 लाख रुपये की लागत से तामीर कर्दा हाल और कम्पयूटर लैब के इफ़्तिताह ( उद्वघाटन) के मौक़ा पर कल कहा कि वज़ीर-ए-आला अशोक गेहलट ने बजट में मदर्सों को जदीद बनाने और उन की तरक़्क़ी के लिए एक करोड़ रुपय और बीकानेर के सिटी डेवलपमेंट अथार्टी ने 46 लाख रुपये की गुंजाइश रख कर अक़ल्लीयती ( अल्पसंख्यक) फ़िर्क़ा के हक़ में तरक़्क़ी पसंदाना क़दम उठाया है।

बीकानेर सिटी डेवलपमेंट अथार्टी मदर्सों को जदीद बनाने के मुआमले में एक मिसाल के तौर पर सामने आई है, जिसके लिए उन्होंने बीकानेर सिटी डेवलपमेंट अथार्टी के सदर मक़सूद अहमद का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि अक़ल्लीयती फ़िर्क़ा के बेदार और तालीम-ए-याफ़ता लोग क़ौम की ख़िदमत करने के जज़बा के तहत आगे आएं और बच्चों के अंदर अच्छी तालीम के तईं बेदारी पैदा करें।

उन्होंने कहा कि कि अक़ल्लीयती फ़िर्क़ा की तीन से पाँच फ़ीसद आबादी को तालीम देने वाले इदारों और मदर्सों को जदीद बनाया जाएगा और चलो मुदर्रिसा , पढ़ो मदर्सा मुहिम ( अभियान) में पाँच से ज़्यादा बच्चों को मदर्सों से मुंसलिक करने वाले उस्ताद को एज़ाज़ से भी नवाज़ा जाएगा।